Edited By Vivek Rai, Updated: 11 May, 2022 06:41 PM
रेवाड़ी के रतनथन गांव में पिछले 6 सालों से लोग पीने के पानी के लिए परेशान हैं । गांव में नहरी पानी नहीं पहुंच पा रहा है जिसके चलते लोग खारा पानी पीने को मजबूर हैं। अपनी इस समस्या को लेकर ग्रामीण अधिकारियों से भी मिल चुके हैं लेकिन उनकी हर कोशिश...
रेवाड़ी(महेंद्र): रेवाड़ी के रतनथन गांव में पिछले 6 सालों से लोग पीने के पानी के लिए परेशान हैं । गांव में नहरी पानी नहीं पहुंच पा रहा है जिसके चलते लोग खारा पानी पीने को मजबूर हैं। अपनी इस समस्या को लेकर ग्रामीण अधिकारियों से भी मिल चुके हैं लेकिन उनकी हर कोशिश नाकाम साबित हो रही है। उन्हें केवल आश्वासन दिया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वह पिछले करीब 6 वर्षो से खारा पानी पीने को मजबूर हैं क्योंकि उनके क्षेत्र में नहरी पानी नहीं पहुंच रहा है। भूमिगत खारा पानी पीने की वजह से चर्म रोग व पेट की शिकायतें ग्रामीणों में बढ़ने लगी है।
आए दिन गांव में खारा पानी पीने की वजह से लोग बीमार हो रहे हैं लेकिन शिकायत के बाद भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। खारा पानी की समस्या का समाधान नहीं होने पर कुछ ग्रामीण पानी खरीद कर पी रहे हैं जिनका महीने में 2 से ढाई हजार का खर्चा आ रहा है।
अपनी मांगों को लेकर रतनथल के ग्रामीण जन स्वास्थ्य विभाग कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने अपनी शिकायत में अधिकारियों से नहरी पानी घरों तक पहुंचाने की फरियाद लगाई। अधिकारियों का कहना है कि अगली नहर आने तक उन्हें पेयजल व्यवस्था उपलब्ध करा दी जाएगी। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अगली नहर आने पर उन्हें पानी नहीं दिया गया तो वह कार्यालय के बाहर पानी को लेकर धरना देने के लिए विवश हो जाएंगे।