Edited By Punjab Kesari, Updated: 11 Mar, 2018 09:43 PM
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री एकबार फिर गांधी-नेहरू परिवार के प्रति हमलावर हो गए हैं। गांधी और नेहरू परिवार के नाम पर चल रही सरकारी योजनाओं और उनके नाम पर बने सरकारी भवनों के नाम बदले जाने की जिद पर विज अड़े हुए हैं। विज ने त्रिपुरा में तोड़ी गई लेनिन...
अंबाला(अमन कपूर): हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री एकबार फिर गांधी-नेहरू परिवार के प्रति हमलावर हो गए हैं। गांधी और नेहरू परिवार के नाम पर चल रही सरकारी योजनाओं और उनके नाम पर बने सरकारी भवनों के नाम बदले जाने की जिद पर विज अड़े हुए हैं। विज ने त्रिपुरा में तोड़ी गई लेनिन की मूर्ति को तोड़े जाने को गलत करार देते हुए विरोध के तरीके पर सवाल खड़े किए हैं।
हरियाणा के स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज को सरकारी योजनाओं और भवनों पर पर लिखे गांधी-नेहरू के नामों को लेकर आपत्ति है। विज ने कहा कि देश की आजादी में अन्य लोगों का बड़ा अहम योगदान है जिसे भुलाया नहीं जा सकता। इनके नाम पर रखी सरकारी योजनाओं और भवनों के नाम तो बदलने ही पड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि 60 साल से अधिक इनका राज रहा है इसलिए ज्यादातर योजनाओं के नाम गांधी-नेहरू के नाम पर रखे गए, जबकि देश की आजादी की जंग में भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद और नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आदि क्रांतिकारियों ने अहम भूमिका निभाई है।
विज ने कहा कि उन्होंने ने तो अपने विभागों में तो इसकी शुरूआत कर भी दी है। फरीदाबाद के पृथला में एक खेल स्टेडियम का नाम महान स्वतंत्रता सेनानी चन्द्रशेखर आजाद के नाम पर रखा गया है। सरकार ने ये भी तय किया है कि जितने भी स्टेडियमों का उद्घाटन किया जाएगा उनके नाम शहीदों और क्रांतिवीरों के नाम पर रखे जाएंगे। अनिल विज ने बताया कि अब की बार शहीदी दिवस पर 21 से 23 मार्च तक भिवानी में 1 करोड़ी दंगल करवाया जा रहा है।
वहीं त्रिपुरा में चुनावों के बाद रूस के माक्र्सवादी विचारक लेनिन की मूर्ति तोड़ी गई थी। जिस पर विज ने कहा कि मूर्तियों को तोडऩा गलत बात है, किसी को भी कानून हाथ मे नहीं लेना चाहिए। कानूनी तरीके से लेनिन की मूर्ति को हटाया जाए तो इसमें कोई हर्ज नहीं। वही विज ने आंगनवाड़ी वर्कर की चाल हड़ताल पर कहा कि सरकार ने उनकी मांग में ली है लेकिन उनका दो यूनियनों का आपस में ही विवाद है।