Edited By Isha, Updated: 11 Mar, 2020 09:29 AM
आज के समय में भी कई लोग बेटा-बेटी में भेदभाव करते हैं। जहां बेटियों को जन्म से पहले ही मार दिया जाता है या उनके पैदा होने पर शोक मनाया जाता है। लेकिन बदलते वक्त के साथ लोगों की .......
पलवल (गुरुदत्त गर्ग) : आज के समय में भी कई लोग बेटा-बेटी में भेदभाव करते हैं। जहां बेटियों को जन्म से पहले ही मार दिया जाता है या उनके पैदा होने पर शोक मनाया जाता है। लेकिन बदलते वक्त के साथ लोगों की मानसिकता भी बदल रही है। ऐसा ही एक मामला पलवल जिले का सामने आया है जहाँ एक परिवार ने बेटी के जन्म पर ऐसा जश्न मनाया कि लोग देखते रह गए।बेटी के स्वागत के लिए घर को दुल्हन की तरह सजाया गया।
तस्वीरों में दिखाई दे रहा ये नजारा पलवल जिले के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले साहिल गर्ग के घर का है। जहां उनके घर पहली बेटी ने जन्म लिया। परिवार वालों ने गाजे-बाजे से बेटी को घर लाने का फैसला किया। पूरी गली में ढोल-नगाड़े के साथ नाचते-गाते हुए, घर में प्रवेश के समय ढोल बजवाए गए, मिठाइयाँ बांटी गई और खूब डांस करते हुए खुशियाँ मनाई गई।
परिवार के सदस्यों ने नन्नी परी के ग्रह प्रवेश पर पैर के छापे लगवाकर स्वागत किया। नन्ही परी का 7 मार्च की शाम को निजी अस्पताल में जन्म हुआ था। घर को नन्ही परी की अलग-अलग दिन की फोटो व गुब्बरे से घर को सजाया गया है।
नन्ही परी की माँ मोनिका गर्ग ने बताया कि आज के ही दिन सही एक साल पहले इस परिवार की मैं सदस्य बनी और आज के ही दिन मेरी बेटी भी घर आई है, मुझे इस अवसर पर बहुत ख़ुशी है। जिस तरह से मेरा यहाँ आने पर स्वागत किया था उसी तरह मेरी बेटी का भी स्वागत किया है। घर को दुल्हन की तरह सजाया गया है।
मेघा गोयल का कहना है मुझे ताई बनने पर बहुत ख़ुशी है, मैं अब सिर्फ चाची थी नन्ही परी के आने से मैं अब ताई बनी हूँ मुझे इस अवसर पर बहुत ख़ुशी हो रही है।