Edited By Shivam, Updated: 08 Jun, 2018 07:43 PM
केन्द्रीय मंत्री बीरेन्द्र सिंह ने खेल विभाग के नोटिफिकेशन का विरोध कर रहे खिलाडिय़ों के समर्थन में आए हैं। उन्होंने ट्विटर के जरिए कहा कि सरकार को खिलाडिय़ों को बेडिय़ां बांधने की बजाय उन्हें मोटिवेट करना चाहिए। उन्होंने यह..
चंडीगढ़(धरणी): केन्द्रीय मंत्री बीरेन्द्र सिंह ने खेल विभाग के नोटिफिकेशन का विरोध कर रहे खिलाडिय़ों के समर्थन में आए हैं। उन्होंने ट्विटर के जरिए कहा कि सरकार को खिलाडिय़ों को बेडिय़ां बांधने की बजाय उन्हें मोटिवेट करना चाहिए। उन्होंने यह भी लिखा कि पिछले पांच साल में हरियाणा ने कई सारे मेडल जीतकर खुद को खिलाड़ी राज्य की तरह बनाया है।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार ने एक अजीबो-गरीब फरमान जारी किया है। सरकार ने हरियाणा प्रोफेशनल खिलाडिय़ों को बड़ा झटका देते हुए उनकी कमाई का पैसा मांगा है। खेल विभाग ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए प्रोफेशनल खिलाडिय़ों की आय का 33 फीसदी हिस्सा मांगा है। हरियाणा सरकार के खेल विभाग के प्रधान सचिव अशोक खेमका ने ये निर्देश जारी किया है।
(मनोहर सरकार के तुगलकी फरमान के बाद बगावत पर उतरे खिलाड़ी)
खिलाड़ी अगर बिना तनख्वाह के किसी प्रोफेशनल टूर्नामेंट या विज्ञापन इत्यादि में काम करता है तो उसे कमाई की एक तिहाई फीस स्पोर्टस कौंसिल को देनी होगी। खिलाड़ी तनख्वाह के साथ-2 भी प्रोफेशनल खेलता है या किसी कमर्शियल एंडोर्समेंट का हिस्सा बनते हैं तो खिलाड़ी को अपनी पूरी कमाई स्पोट्र्स कौंसिल को देनी होगी। हरियाणा के खिलाड़ी इस फैसले के बाद बगावत पर उतर आए हैं।