Edited By Punjab Kesari, Updated: 21 Feb, 2018 10:48 AM
यमुनानगर में बीते दिन से सीसीटीवी चालान का सिस्टम शुरू हो गया है। इस सिस्टम के जरिए ट्रैफिक रूल तोड़कर भागने वाले वाहन चालकों के घर पर ही चालान पहुंच जाएगा। इस बारे में बात करते हुए एडीजीपी आरसी मिश्रा ने ट्रैफिक थाने में इसका उद्घाटन करके पूरे...
यमुनानगर(ब्यूरो): यमुनानगर में बीते दिन से सीसीटीवी चालान का सिस्टम शुरू हो गया है। इस सिस्टम के जरिए ट्रैफिक रूल तोड़कर भागने वाले वाहन चालकों के घर पर ही चालान पहुंच जाएगा। इस बारे में बात करते हुए एडीजीपी आरसी मिश्रा ने ट्रैफिक थाने में इसका उद्घाटन करके पूरे सिस्टम के बारे में समझाया। उन्होंने कहा कि अब रूल तोड़ने वाले अपने घर पर ही चालान भुगत सकते है। इस तरह की सुविधा देने वाला ये प्रदेश का पहला शहर है। शहर के सभी चौक पर लगाए गए सीसीटीवी की फुटेज देखने के बाद एडीजीपी मिश्रा बोले कि शहर के चौकों पर जेब्रा लाइन नहीं है और डिवाइडर भी टूटे पड़े है। जिसकी वजह से यह साफ-साफ दिखाई नहीं देता कि कौन रेड लाइट जंप कर रहा है।इस पर एसपी राजेश कालिया ने जवाब दिया कि कैमरों की सेटिंग होनी है। जहां पर भी कमी है उसे जल्द दूर कर दिया जाएगा।
ये सिस्टम कई तरीको से काम करने में फायदेमंद है-
ये रेड लाइट जंप करने वालों पर नजर रखेगा।
वाहन चालक इस चालान को घर बैठे ऑनलाइन ही भुगत सकेंगे।
आपराधिक वारदातों को ट्रेस करने में भी कारगर होगा
सड़क हादसें और जाम में मिलेगी राहत
चौकों पर लगाए गए आटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर कैमरे
गौरतलब है कि जिले में हर माह तीन से साढ़े तीन हजार वाहन चालकों के चालान पुलिस ट्रैफिक नियम तोड़ने पर करती है। इसमें सबसे ज्यादा रेड लाइट जंप, हेलमेट न पहनने वालों के होते है। वहीं, अब इस सिस्टम के जरिए चौक से गुजरने वाले सभी वाहनों के नंबर सीसीटीवी कैच करेंगे। जो भी वाहन चालक रूल तोड़ेगा उसे चेक करने के लिए कंट्रोल रूम में स्टाफ लगाया गया है। जिस भी वाहन चालक ने रूल तोड़ा। उसकी गाड़ी का नंबर नोट करके उसका रजिस्ट्रेशन निकाला जाएगा। रजिस्ट्रेशन में जो मोबाइल नंबर दिया गया है, उस पर एसएमएस भेजा जाएगा। वहीं जो एड्रेस दिया गया है उस पर चालान भेजा जाएगा। फिलहाल, 20 दिन इसका ट्रायल चलेगा उसके बाद चालान शुरू होंगे।