Edited By vinod kumar, Updated: 13 Feb, 2020 11:22 AM
हरियाणा विधानसभा में अब एक नई परम्परा आने वाले दिनों में शुरू हो सकती है। विधानसभा में श्रेष्ठ विधायक हर साल चयनित कर उन्हे 1 लाख रुपए का पुरस्कार भी दिया जा सकता है। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चन्द गुप्ता ने इस मुद्दे पर सहमति व्यक्त करते हुए प्रस्ताव...
चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा विधानसभा में अब एक नई परम्परा आने वाले दिनों में शुरू हो सकती है। विधानसभा में श्रेष्ठ विधायक हर साल चयनित कर उन्हे 1 लाख रुपए का पुरस्कार भी दिया जा सकता है। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चन्द गुप्ता ने इस मुद्दे पर सहमति व्यक्त करते हुए प्रस्ताव पर अंतिम मुहर मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा लगवाने हेतु अनुमोदन किया है।
पिछले दिनों विधायकों के ट्रेनिंग कार्यक्रम में यह मांग उठी थी कि विधानसभा में नए विधायक 44 हैं जो पहली बार जीतकर पहुंचे हैं। ऐसे विधायक अनुशासन का परिचय देते हुए अगर विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेते हैं तथा विधायकी कार्यों तहत अपने क्षेत्र की समस्याओं,मुद्दों व जनहित की बातचीत करते हैं तो उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
इससे पहले हरियाणा में अच्छे आचरण वाले विधायकों को सम्मानित तो कभी कभार किया जाता रहा है मगर नकद राशि देने की परंपरा नहीं रही है। विधायकों के लिए भले ही एक लाख की राशि कम है मगर एक नई पहल कार्यान्वित होने पर सार्थक साबित हो सकती है।
68 कर्मचारियों को नोटिस जारी कर बायोमैट्रिक हाजिरी न लगाने पर जवाब मांगा
विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चांद गुप्ता ने विधानसभा के 68 कर्मचारियों को नोटिस जारी कर बायोमैट्रिक हाजिरी न लगाने वाले लोगों से जवाब मांगा है। गुप्ता ने विधानसभा के रूटीन के काम करने वाले कर्मचारियों को गैर हाजिर पाया और नोटिस जारी कर कहा कि बायोमैट्रिक सिस्टम में इन कर्मचारियों की हाजिरी लगी नहीं पाई गई है। गौरतलब है कि विधान सभा में बायोमैट्रिक हाजिरी सिस्टम की शुरुआत भाजपा की पार्ट वन सरकार ने 2014 में शुरू किया था और सभी कर्मचारियों व अधिकारियों को बायोमैट्रिक के जरिए अपनी हाजिरी दर्ज करवानी अनिवार्य की गई थी।