Edited By Punjab Kesari, Updated: 23 Mar, 2018 08:00 PM
भले ही प्रदेश की मनोहर सरकार प्रदेश में दो करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने का दम भरती हो लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है, जिसका जीता जागता उदाहरण उस वक्त सामने आया जब बीती रात एक महिला ने फांसी लगा ली। जिला रेवाड़ी के औद्योगिक कस्बा बावल में मूल...
रेवाड़ी(मोहिंदर भारती): भले ही प्रदेश की मनोहर सरकार प्रदेश में दो करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने का दम भरती हो लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है, जिसका जीता जागता उदाहरण उस वक्त सामने आया जब बीती रात एक महिला ने फांसी लगा ली। जिला रेवाड़ी के औद्योगिक कस्बा बावल में मूल रूप से उत्तरप्रदेश की रहने वाली एक पढ़ी लिखी 27 वर्षीय महिला ने बेरोजगारी और गरीबी के कारण फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
पुलिस जांच अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतका मधु का पति मजदूरी का काम करता है, जिसकी कम पगार से घर का गुजरबसर नहीं हो रहा था इसी परेशानी में मृतका ने यह कदम उठाया।