Edited By Shivam, Updated: 26 Jun, 2019 08:48 PM
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की पैरोल को लगातार पेंच फंसता जा रहा है। पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति के बाद अब डेरा सच्चा सौदा के पूर्व साधु गुरदास सिंह तूर ने भी बाबा राम रहीम की पैरोल पर एतराज जताया है। तूर ने सवाल करते हुए दावा...
सिरसा (सतनाम सिंह): डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की पैरोल को लगातार पेंच फंसता जा रहा है। पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति के बाद अब डेरा सच्चा सौदा के पूर्व साधु गुरदास सिंह तूर ने भी बाबा राम रहीम की पैरोल पर एतराज जताया है। तूर ने सवाल करते हुए दावा किया कि राम रहीम किस जमीन पर खेती करने के लिए पेरोल मांग रहा है, जबकि उसके नाम तो कहीं पर भी जमीन नहीं है और न ही बाबा खेती करता है।
तूर ने कहा कि राम रहीम न तो पहले खेती करता था और न ही अब करेगा, ये तो उसका पाखंड है, जिसके कारण वो बाहर आने का प्रयास कर रहा है। तूर के मुताबिक, राम रहीम ने पहले ही अनेक अनुयायियों की जमीन उनको डरा धमका कर हड़प ली थी। राम रहीम के बिना भी डेरे में अच्छी खेती हो रही है। तूर ने ये भी कहा कि ईडी ने डेरे में जांच के दौरान डेरे की जमीन को बेनामी प्रॉपर्टी करार दिया था। जिस कारण हरियाणा सरकार को डेरे की जमीन पर कब्जा कर अपने तरीके से खेती करवानी चाहिए।
तूर ने बताया कि राम रहीम को कोर्ट तक ले जाने के लिए 46 लोगों की मौत हुई थी, तो ऐसे में सरकार को राम रहीम पर नरमी नहीं बरतनी चाहिए। तूर ने कहा कि पंजाब के मोड़ मंडी में हुए ब्लास्ट में राम रहीम की अहम भूमिका थी।
उन्होंने कहा कि राम रहीम पर 400 साधुओं को नपुंसक बनाने और डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह हत्या मामले में फैसला आना है, ऐसे में डेरे के अनुयायी इन केसो में प्रभाव डाल सकते हैं, ऐसे में बलात्कारी और कातिल बाबा को पेरोल नहीं देनी चाहिए।