Edited By Shivam, Updated: 25 Apr, 2018 04:37 PM
हरियाणा परिवहन विभाग ने अपना रेवेन्यू बढ़ाने के लिए पड़ोसी राज्यों की ओर कदम बढ़ाया है। पिछले दिनों हरियाणा सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एक एमओयू (मोमरेन्डम ऑफ अंडरस्टेंडिंग) साइन किया है। इस एमओयू के बाद से दोनों...
चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा परिवहन विभाग ने अपना रेवेन्यू बढ़ाने के लिए पड़ोसी राज्यों की ओर कदम बढ़ाया है। पिछले दिनों हरियाणा सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एक एमओयू (मोमरेन्डम ऑफ अंडरस्टेंडिंग) साइन किया है। इस एमओयू के बाद से दोनों प्रदेशों की रोडवेज की बसें एक दूसरे के प्रदेश में सरपट दौड़ लगाएंगी।
इस विषय पर जानकारी देते हुए हरियाणा परिवहन मंत्री कृष्ण पंवार ने बताया कि पिछले दिनों फरीदाबाद में हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारों ने अपने परिवहन की बसों को एक दूसरे के राज्यों में चलने के लिए एमओयू साइन कर लिया है। इस से पहले इस तरह का एमओयू 2008 में साइन किया गया था और उस के बाद से किसी भी सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, जिस से प्रदेश को काफी नुकसान हो रहा था।
उन्होंने बताया कि अब से हरियाणा की रोडवेज बसें उत्तर प्रदेश की सड़कों पर प्रतिदिन के हिसाब से 66 हजार किलोमीटर का सफर तय करेंगी और इसी तरह हरियाणा की सड़को पर उत्तर प्रदेश परिवहन की बसें 50 हजार किलोमीटर प्रतिदिन के हिसाब से दौड़ लगाएंगी।
पंवार ने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा 600 बसों की चेसिस खरीद ली गई है और इन की गुरुग्राम स्थित एचआरसी की वर्कशॉप में बॉडी बनवाई जा रही है। सभी काम कम्प्लीट होने के बाद ये बसें प्रदेश के सभी डिपुओं में जरूरत के हिसाब से भेज दी जाएंगी।
परिवहन मंत्री ने बताया कि सन 2018-19 में 150 मिन्नी बसें प्रदेश के कुछ हिस्सों में चलने का सरकार विचार कर रही है। गर्मियों में एसी बसों की बढ़ती डिमांड को देखते हुए विभाग ने 150 एसी बसें खरीदने का विचार कर रही है, ये बसें आडऩेरी और वॉल्वो बसों के बीच की होंगी। इनका ट्रायल दिल्ली और चंडीगढ़ मार्ग पर एक बस खऱीद कर किया जा चुका है, जो कि पूर्ण रूप से सफल रहा है।