Edited By Shivam, Updated: 02 Feb, 2019 11:23 PM
सोनीपत के जटवाड़ा में स्थित एक बड़े स्कूल में विद्यार्थियों व परिजनों से जैन धर्म में मान्यता रखने का शपथ पत्र भरवाया जा रहा है। वह शपथ पत्र भरने के लिए स्कूल में विद्यार्थियों को बांटा गया तो वह उसको घर लेकर पहुंचे, जहां परिजनों ने इस...
सोनीपत(पवन राठी): सोनीपत के जटवाड़ा में स्थित एक बड़े स्कूल में विद्यार्थियों व परिजनों से जैन धर्म में मान्यता रखने का शपथ पत्र भरवाया जा रहा है। वह शपथ पत्र भरने के लिए स्कूल में विद्यार्थियों को बांटा गया तो वह उसको घर लेकर पहुंचे, जहां परिजनों ने इस तरह का धार्मिक मान्यता का शपथ पत्र देखकर आपत्ति जताई।
इस पर स्कूल कमेटी प्रबंधक ने विद्यार्थियों की सुविधाएं बढ़ाने के लिए स्कूल को अल्पसंख्यक का दर्जा दिलाने को फार्म भरवाए जाने के साथ ही इसके लिए किसी पर दबाव नहीं देने की बात कही है। वहीं डीईओ ने इस तरह से धार्मिक शपथ पत्र भरवाने को पूरी तरह से गलत बताते हुए सोमवार को स्कूल प्रशासन पर आगे की कार्रवाई करने की बात कही है।
हरियाणा के सोनीपत जिले में सीनियर सेकेंडरी स्कूल है, जहां लगभग एक हजार विद्यार्थी पढ़ते है। स्कूल प्रबंधन कमेटी पिछले काफी समय से उसे अल्पसंख्यक का दर्जा दिलाने का प्रयास कर रही है। लेकिन स्कूल को अल्पसंख्यक का दर्जा तभी मिल सकता है, जब लगभग 50 प्रतिशत विद्यार्थी उस धर्म में आस्था रखने वाले हो, जिसके तहत स्कूल को अल्पसंख्यक का दर्जा देने के लिए आवेदन किया गया हो।
बताया जा रहा है कि जैन धर्म के 50 प्रतिशत विद्यार्थी नहीं है और इस कारण ही वहां विद्यार्थियों को एक शपथ पत्र भरने के लिए बांटा गया है। जिसमें जैन धर्म में आस्था रखने की बात भरकर स्कूल में देनी है। यह शपथ पत्र जब विद्यार्थी अपने घर लेकर पहुंचे तो परिजनों ने उसे देखकर आपत्ति जताई। इसकी शिकायत डीईओ के पास मौखिक रूप से की गई।वहीं डीईओ ने मामले में जांच कराकर उसके आधार पर आगे की कार्रवाईद्ब करने की बात कही है।