Edited By Shivam, Updated: 22 Feb, 2019 09:58 PM
हरियाणा प्रदेश में आने वाले दिनों में नहरी विभाग कर्मचारियों के विरोध के चलते जल संकट गहरा सकता है। क्योंकि पिछले 8 फरवरी से नहरी विभाग के अकेले भिवानी जिला के 300 के लगभग ग्रुप डी के कर्मचारियों को नियमित भर्ती होने की एवज में हटा दिया गया...
भिवानी(अशोक): हरियाणा प्रदेश में आने वाले दिनों में नहरी विभाग कर्मचारियों के विरोध के चलते जल संकट गहरा सकता है। क्योंकि पिछले 8 फरवरी से नहरी विभाग के अकेले भिवानी जिला के 300 के लगभग ग्रुप डी के कर्मचारियों को नियमित भर्ती होने की एवज में हटा दिया गया है। जिसके चलते रेगुलर कर्मचारी भी हटाए गए कर्मचारियों के समर्थन में आ गए हैं तथा प्रदेश सरकार के खिलाफ नहरी विभाग के जिला मुख्यालय पर 14 दिनों से धरना दिए हुए हैं।
नहरी विभाग के कर्मचारियों के जिला प्रधान सूरजभान व कर्मचारी नेता यादवेंद्र शर्मा ने बताया कि छटनी के विरोध में वे लगातार धरने पर बैठे हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई भी उनसे बात करने नहीं पहुंचा तथा विभाग के उच्च अधिकारी एससी जान बूझकर छुट्टी पर चले गए हैं। कर्मचारी नेताओं ने दावा किया कि ग्रुप डी की भर्ती होने के बाद भी भिवानी नहरी विभाग में 300 के लगभग खाली पद पड़े है। फिर भी पहले से काम कर रहे कच्चे कर्मचारियों को जान-बूझकर हटाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यदि पानी सप्लाई व नहरी क्षेत्र की अन्य व्यवस्थाएं बिगड़ी तो इसके लिए प्रशासन जिम्मेवार होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में स्थिति यह है कि जिले की नहरों की जालों में कूड़ा भरा हुआ है। जिसकी सफाई करने के लिए कर्मचारी नहीं है, ऐसे में नहरें टूटने का अंदेशा है। इसलिए वे प्रदेश सरकार से मांग करते है कि जल्द ही खाली पदों पर बगैर नोटिस दिए गए ग्रुप डी के कर्मचारियों को समायोजित करें, ताकि आने वाले दिनों में समस्या पैदा न हो।
कर्मचारी नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि पिछले 7 से 8 माह का बकाया वेतन भी विभाग कर्मचारियों को नहीं दे रहा है, जिसके चलते उन्हें अपना घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है।