Edited By Shivam, Updated: 10 Jan, 2022 04:31 PM
हरियाणा के ग्रामीण इलाकों में बने जोहड़ कभी गांव की पहचान हुआ करते थे। इनके किनारे पेड़ों की छांव में बैठकर लोग आराम भी फरमाया करते थे तो वहीं जोहड़ के किनारे बच्चे खेला करते थे। लेकिन आज के दिन में इन जोहड़ों की हालत ऐसे हो गई है कि यहां के किनारों...
कुरुक्षेत्र (रणदीप रोड़): हरियाणा के ग्रामीण इलाकों में बने जोहड़ कभी गांव की पहचान हुआ करते थे। इनके किनारे पेड़ों की छांव में बैठकर लोग आराम भी फरमाया करते थे तो वहीं जोहड़ के किनारे बच्चे खेला करते थे। लेकिन आज के दिन में इन जोहड़ों की हालत ऐसे हो गई है कि यहां के किनारों पर आराम फरमाना तो दूर की बात है, इसके किनारों से गुजरना भी दूभर हो गया है। कुछ ऐसी ही तस्वीर कुरुक्षेत्र के गांव बारवा में बने जोहड़ की है।
बारवा का जोहड़ गंदगी और बदबू से भरा हुआ है। अब तो आलम यह है कि जोहड़ से ओवरफ्लो होने लगा है। जोहड़ से उठने वाली बदबू से आस-पास खेतों में काम करने व रहने वाले लोगों का जीवन नर्क बन गया है। यहां से गुजरने वाले राहगीरों को भी अपनी नाक पर हाथ रखना पड़ता है। जोहड़ की इस हालत के जिम्मेदार कुछ हद तक खुद ग्रामीण हैं। गांव में गंदे पानी की निकासी न होने के कारण पूरा गंदा पानी जोहड़ में जाता है। इसके अलावा लापरवाही बरतने वाले लोग वाटर सप्लाई के नल को ही खुला छोड़ देते हैं।
जोहड़ की इस बदहाली का खामियाजा जोहड़ के पास खेती करने वाले किसान जागर सिंह और हरिंदर को भुगतना पड़ता है। जागर सिंह और हरिंदर के खेत बिल्कुल जोहड़ के पास हैं। जोहड़ का बदबूदार गंदा पानी लगातार उनके सब्जी के खेतों को आता रहता है, जिससे उनकी आलू , मटर व धनिया की फसल तबाह हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इस समस्या को लेकर वे जिला प्रशासन से भी मिल चुके हैं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
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