थर्मल प्लांट हादसा: ग्रामीणों ने शव रख किया प्रदर्शन, मुआवजे व सरकारी नौकरी की मांग(Video)

Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 10 May, 2018 11:28 AM

बरवाला के खेदड़ थर्मल पावर प्लांट में हुए हादसे में 2 मजदूरों की मौत होने से गुस्साए ग्रामीणों ने थर्मल के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया। पूरी रात से ग्रामीण शवों को गेट के सामने रखकर धरने पर बैठे हुए थे। विधायक अनूप धानक, पूर्व विधायक नरेश सेलवाल,...

बरवाला(पासाराम): बरवाला के खेदड़ थर्मल पावर प्लांट में हुए हादसे में 2 मजदूरों की मौत होने से गुस्साए ग्रामीणों ने थर्मल के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया। पूरी रात से ग्रामीण शवों को गेट के सामने रखकर धरने पर बैठे हुए थे। विधायक अनूप धानक, पूर्व विधायक नरेश सेलवाल, भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेंद्र पूनिया, इनेलो जिला प्रधान राजेंद्र लितानी शीला भ्यान आदि मौके पर पहुंचे। विधायक अनूप धानक ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए मृतकों के आश्रितों को 50-50 लाख रुपए मुआवजा और परिवार को दो-दो नौकरी देने की मांग की। हादसे की उच्चस्तरीय जांच और जांच में बड़े से बड़ा अधिकारी भी दोषी क्यों न हो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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कई दौर की बातचीत के बाद भी नहीं सिरे चढ़ पाई वार्ता
इस हादसे को लेकर ग्रामीणों द्वारा गठित 15 सदस्यीय कमेटी की प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक हुई। 8 घंटे से ज्यादा समय तक चल रही बैठक में रात्रि 12 बजे तक कोई नतीजा नहीं निकला। कुछ गुस्साए युवाओं ने थर्मल गेट के बाहर नेशनल हाईवे पर जाम लगाया अधिकारी वर्ग द्वारा कोई सुध नहीं लेने के कारण युवाओं में है रोष। जाम लगाने के चलते पुलिस ने ट्रैफिक को गांव से गुजरने वाले लिंक मार्गो किया डाइवर्ट। वहीं थर्मल प्लांट में कार्यरत कर्मचारियों की 6 यूनियनों ने भी अपनी कमेटी बनाई है जो किसी भी प्रकार की बातचीत में शामिल रहेगी। इस धरने पर कच्चे कर्मचारी ने थर्मल प्लांट में बरती जा रही लंबे समय से अनियमितताओं की पोल खोली। उन्होंने अपने इस दौरान मौजूद लोगों को बताया कि यहां पर ऑक्सीजन नहीं थी। एक ही एंबुलेंस में सभी को ले जाया गया। इस दौरान उन्होंने बताया कि आज भी एंबुलेंस का किराया पीड़ितों से वसूल किया गया।

दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
जिला उपायुक्त अशोक कुमार मीणा और जिला पुलिस कप्तान मनीषा चौधरी थर्मल कॉलोनी के गेस्ट हाउस में पहुंचे और कमेटी के सदस्यों के साथ मीटिंग की। धरनारत लोगों की मांग है कि थर्मल प्लांट के संचालन कर्ता चीफ इंजीनियर अधीक्षक अभियंता कार्यकारी अभियंता और एसडीओ समेत सभी दोषी लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए। कर्मचारियों ने कहा कि थर्मल में पहले भी हादसे हुए हैं अगर उस समय भी इस प्रकार के ठोस कदम ग्रामीणों द्वारा उठाए जाते तो आज यह दिन ना देखना पड़ता। इसलिए उपरोक्त मांगों को पूरा करने के साथ-साथ एक ऐसी पॉलिसी बनाई जानी चाहिए। जिसके तहत भविष्य में जब कभी भी हादसा हो तो उसके इस प्रकार से मुआवजे के लिए संघर्ष न करना पड़े। 

जिला उपायुक्त ने मुआवजे और नौकरी की पेशकश की
बीती रात दर्ज की गई एफआइआर पर खेदड़ की समिति ने एतराज जताया और उसे मानने से इनकार कर दिया। उन्होंने यह कहा कि यह केवल मात्र लीपापोती है वास्तविक दोषियों को बचाया जा रहा है। बातचीत के दौरान जिला उपायुक्त अशोक कुमार मीणा ने मृतकों के परिजनों को 15 लाख रुपए मुआवजा और ऐडहोक आधार पर नौकरी की पेशकश की। उसके अलावा इंक्वायरी के आधार पर अधिकारियों के खिलाफ  मुकदमा दर्ज करने की बात कही। 
     
जिला उपायुक्त ने थर्मल पावर प्लांट के गेस्ट हाउस में की प्रेस कॉन्फ्रेंस
जिला उपायुक्त हिसार अशोक कुमार मीणा ने अभी थर्मल पावर प्लांट के गेस्ट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि बातचीत चल रही है। 50 लाख रुपए मुआवजा गिरफ्तारी और नौकरी की मांग रखी गई है। वार्तालाप चल रही है प्रयास किया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि मसले का समाधान हो। थर्मल में लापरवाही के मामले भी सामने आए हैं। आगे इस प्रकार की लापरवाही ना हो यह सुनिश्चित किया जाएगा। सुरक्षा मापदंड पूरे किए जाएंगे और कानून का पालन होगा। 

मांगों को लेकर नहीं बन पाई सहमति
मांगों को लेकर सहमति नहीं बन पाई ग्रामीण मीटिंग छोड़कर बाहर निकल गए। अब आज दोपहर को दोबारा फिर ग्रामीणों और प्रशासन के बीच बातचीत होगी।
 


 

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