Edited By Deepak Paul, Updated: 20 Jan, 2019 05:50 PM
लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही किसानों ने सरकार का विरोध करने के लिए मोर्चा खोल दिया है। इस कड़ी में किसान गांव गांव जाकर पंचायतें कर रहे हैं। वहीं इस दौरान किसानों द्वारा ‘मुआवजा नहीं तो वोट नहीं...
फरीदाबाद (अनिल राठी): लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही किसानों ने सरकार का विरोध करने के लिए मोर्चा खोल दिया है। इस कड़ी में किसान गांव गांव जाकर पंचायतें कर रहे हैं। वहीं इस दौरान किसानों द्वारा ‘मुआवजा नहीं तो वोट नहीं’ नारे के साथ सरकार को चेतावनी दी जा रही है। किसान नेताओं का कहना है कि जब तक किसानों को मुआवजा नहीं दिया जाएगा तब तक किसी भी गांव में किसी भी पार्टी के नेता को घुसने नहीं दिया जाएगा।
ऐसी ही पंचायत आज गांव नीमका में की गई जिसमें सैकड़ों किसानों ने हिस्सा लिया। इस पंचायत के संयोजक सतपाल नरवत ने बताया कि सरकार ने उनके साथ छल किया है। चाहे वह आईएमटी का मामला हो या फिर रेलवे लाइन का, किसानों की जमीन सस्ते दामों में ले ली गई और जब कोर्ट ने उन्हें मुआवजा देने का आदेश दिया तो उस आदेश की अवहेलना की जा रही है।
उन्होंने नेता पर किसानों की राजनीति करने वाले हैं और किसानों पर ही अपनी गंदी राजनीति की छाप छोड़ रहे हैं। सरकार और सरकार में आईएएस, पीएएस सिर्फ और सिर्फ बिजनेसमैंन सरकार का गुणगान रहे हैं लेकिन किसानों की सुनने वाला कोई नहीं है। इसलिए उन्होंने प्रण लिया है कि फरीदाबाद के सभी गांवों में पंचायतें करके लोगों को जागरूक किया जाएगा और किसी भी नेता को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा।