Edited By Isha, Updated: 25 Sep, 2019 11:53 AM
जिले में विभिन्न रूटों पर चल रही सहकारी परिवहन समितियों की बसें सड़कों पर चलने वालों की जान की सबसे बड़ी दुश्मन साबित हो रही हैं। ऐसी ही एक सहकारी परिवहन समिति की बस ने मंगलवार को पिल्लूखेड़ा......
जींद (जसमेर): जिले में विभिन्न रूटों पर चल रही सहकारी परिवहन समितियों की बसें सड़कों पर चलने वालों की जान की सबसे बड़ी दुश्मन साबित हो रही हैं। ऐसी ही एक सहकारी परिवहन समिति की बस ने मंगलवार को पिल्लूखेड़ा गांव के एक घर के इकलौते चिराग को सड़क हादसे में बुझा दिया। जिले में निजी बसों की ओवरस्पीडिंग पर रोक नहीं लग पा रही है। मंगलवार को जींद-सफीदों रूट पर रजाना खुर्द गांव के पास श्रीबालाजी सहकारी परिवहन समिति की बस ने सामने से आ रहे एक बाइक सवार को टक्कर मार दी। जिसमें बाइक सवार युवक की मौके पर मौत हो गई। 18 वर्षीय मृतक युवक प्रवेश जिले के बुढ़ाखेड़ा गांव का था और वह अपने घर का इकलौता चिराग था।
सहकारी परिवहन समिति की बस ने प्रवेश के माता और पिता से उनका इकलौता बेटा छीन लिया। प्रवेश का पिता दयानंद खेतीबाड़ी करता है और मंगलवार को जब उसे यह पता चला कि उसके इकलौते बेटे प्रवेश की रजाना खुर्द के पास निजी बस की चपेट में आने से मौत हो गई है तो दयानंद होश खो बैठा। प्रवेश की मां का बेटे की मौत की खबर पर रो-रो कर बुरा हाल था। घर में प्रवेश सबसे बड़ा था।
वह पिल्लूखेड़ा के एक स्कूल में 11वीं में पढ़ता था और सुबह घर से बाइक पर सवार होकर स्कूल जाने के लिए निकला था। प्रवेश की 2 बहनें हैं, जिनमें एक 12 साल की और दूसरी 4 साल की है। इन बहनों से भाई का प्यार और सुरक्षा भरा हाथ निजी बस के चालक ने सदा-सदा के लिए उठा दिया।निजी बस का चालक सड़क हादसे को अंजाम देकर मौके से फरार हो गया।पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने मृतक प्रवेश के चाचा शिवकांत की शिकायत पर श्रीबालाजी सुपरफास्ट बस सॢवस के चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। जिले में सहकारी परिवहन समितियों की बसें सड़क पर चलने वाले लोगों की जान के लिए पिछले कुछ समय से बहुत बड़ा खतरा बनी हुई हैं। रोडवेज बसों की संख्या की तुलना में सहकारी परिवहन समितियों की बसों की संख्या जिले में बहुत कम है लेकिन बात जब बसों से होने वाले सड़क हादसों की होती है तो 90 प्रतिशत हादसे निजी बसों के होते हैं।