द इनसाइड स्टोरी: कैसे बने रणदीप सुरजेवाला जींद के उम्मीदवार!

Edited By Shivam, Updated: 10 Jan, 2019 03:04 PM

the inside story how to became randeep surjewala jind candidate

जींद का उपचुनाव बड़ा दिलचस्प हो गया है। विभिन्न दलों द्वारा खासकर कांग्रेस और जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवारों ने चुनाव में रस भर दिया है। अब यह मामूली उपचुनाव नहीं रहा जिसके बारे आम धारणा यह थी कि उप-चुनाव में सरकारें...

जालंधर (संजीव शर्मा): जींद का उपचुनाव बड़ा दिलचस्प हो गया है। विभिन्न दलों द्वारा खासकर कांग्रेस और जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवारों ने चुनाव में रस भर दिया है। अब यह मामूली उपचुनाव नहीं रहा जिसके बारे आम धारणा यह थी कि उप-चुनाव में सरकारें हावी रहती हैं। समीकरण ऐसे बने हैं कि सरकार की भी साँसें फूल जाएंगी। वास्तव में जब तक नतीजे नहीं आते सबकी सांस अटकी रहेगी। खैर ये बातें बाद में करेंगे फिलहाल सुरजेवाला की उम्मीदवारी की चर्चा कर लेते हैं।

PunjabKesari

पंंजाब केसरी के सूत्रों के मुताबिक यह सब राहुल गाँधी के अड़ जाने से हुआ है। दरअसल जींद में उपचुनाव की टिकट हरियाणा कांग्रेस के सभी धड़े एक निर्दलीय विधायक के बेटे को देने के लिए सहमत हो गए थे। बुधवार को दिल्ली में  तीन दौर के मंथन के बाद  राहुल गाँधी के पास एक ही नाम भेजा गया था। जींद में उम्मीदवार का चयन करने के लिए केसी वेणुगोपाल के प्रभार में लम्बा मंथन हुआ। भूपेंद्र हुड्डा, किरण चौधरी, अशोक तंवर, सैलजा और सुरजेवाला सभी पांचों हरियाणा कांग्रेस इन मंथन बैठकों में शामिल थीं और अंत में एक निर्दलीय विधायक के बेटे का नाम फाइनल करके आगे भेजा गया था। साथ में आगामी चुनावों के समीकरणों का लम्बा चौड़ा हवाला भी सलंग्न था कि इसके क्या लाभ होंगे।

PunjabKesari

सूत्र बताते हैं कि रात को सभी टिकट और प्रत्याशी फाइनल मानकर बैठ गए। यहां तक कि जिसका नाम राहुल गाँधी को भेजा गया था उसने  सुबह समर्थकों से मीटिंग भी फिक्स कर ली थी, लेकिन जैसे ही केसी वेणुगोपाल यह सारा मसौदा लेकर राहुल गाँधी के पास पहुंचे बाजी पलट गयी। राहुल गाँधी ने उम्मीदवार को टिकट देने से इंकार कर दिया। ऐसे में समस्या यह आ गयी की फिर कौन लड़ेगा और वो भी तब जब नामांकन के लिए कुछ ही घंटे बचे थे। राहुल गाँधी ने साफ कहा कि किसी भी सूरत में कमतर उम्मीदवार नहीं उतारा जाएगा।

PunjabKesari

सूत्र बताते हैं कि एक-एक करके तमाम दिग्गज नेताओं को फोन करके जगाया गया और उनसे चुनाव लडऩे को पूछा गया। लेकिन उपचुनाव में कूदने से सभी कन्नी काट गए। ऐसे में जब सुरजेवाला को लडऩे के लिए कहा गया तो उन्होंने हामी भर दी (यह बॉस को इंकार नहीं कर पाने की मज़बूरी भी हो सकती है ) और इस तरह से सुरजेवाला उम्मीदवार बन गए। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!