Edited By vinod kumar, Updated: 05 Jan, 2020 01:27 PM
शिक्षा के माध्यम से समाज में उजाला करने वाला शिक्षा विभाग खुद अंधेरे में है, जिसका ताजा उदाहरण हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा हाल ही में प्रशिक्षण संबंधी जारी किए गए पत्र में देखने को मिल रहा है।
सिरसा(हरभजन): शिक्षा के माध्यम से समाज में उजाला करने वाला शिक्षा विभाग खुद अंधेरे में है, जिसका ताजा उदाहरण हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा हाल ही में प्रशिक्षण संबंधी जारी किए गए पत्र में देखने को मिल रहा है।
दरअसल, विभागीय अधिकारियों ने एस. एम. सी. कमेटी के प्रशिक्षण का दिन 26 जनवरी तय कर पत्र जारी कर दिया। जबकि 26 जनवरी को देशभर के प्रत्येक विद्यालय में गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। विभागीय अधिकारी आंख मूंदकर सरकारी कार्यक्रमों को करवाने का आदेश जारी कर अपने साथ-साथ विभाग की भी फजीहत करवाते हैं।
बता दें कि विद्यालयों में बनी विद्यालय प्रबंधन समिति यानी एस.एम.सी. कमेटी के सदस्यों को समग्र शिक्षा के तहत साल में 4 बार ट्रेनिंग करवानी आवश्यक होती है, ताकि सदस्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं, गतिविधियों, नियमों व अधिकारों की जानकारी प्राप्त कर विद्यालय की प्रतिभा को और निखार सकें लेकिन कितनी विचित्र बात है कि अप्रैल से जून 2019 के प्रथम चरण में करवाए जाने वाले प्रशिक्षण को बजट के अभाव में धरातल पर उतारा ही नहीं गया।
शिक्षा विभाग की गंभीरता का आंकलन इसी बात से किया जा सकता है कि उन्हें ये भी ज्ञात नहीं है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन ट्रेङ्क्षनग कार्यक्रम कैसे संभव हो पाएगा? बता दें कि जिला में कुल 869 स्कूल हैं, जिनमें एस.एम.सी. कमेटी बनी हुई है। इनमें प्राइमरी व मिडल के 650 व सैकेंडरी व सीनियर सैकेंडरी के 189 स्कूल हैं। इन स्कूलों के सभी एस.एम.सी. कमेटी के सदस्यों को साल में चार बार प्रशिक्षण दिया जाता है।
पवन सुथार, जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा सिरसा ने कहा कि एस.एम.सी. सदस्यों को प्रशिक्षण संबंधी तिथि के बारे में कमेटी सदस्यों ने उन्हें अवगत करवाया, जिसके बाद तिथि को बदलकर 22 जनवरी किया गया है।