Edited By Rakhi Yadav, Updated: 16 Oct, 2018 06:42 PM
हरियाणा में आज सरकार द्वारा 700 प्राइवेट बसों को परमिट देने तके विरोध में हड़ताल रही। जिसके चलते हरियाणा परिवहन विभाग के एसपीएस धनपत सिंह ने कहा कि रोड़वेज कर्मचारियों की हड़ताल पूरी तरह....
चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा में आज सरकार द्वारा 700 प्राइवेट बसों को परमिट देने तके विरोध में हड़ताल रही। जिसके चलते हरियाणा परिवहन विभाग के एसपीएस धनपत सिंह ने कहा कि रोड़वेज कर्मचारियों की हड़ताल पूरी तरह से विफल रही। विभाग द्वारा आज दिनभर 3332 में 1507 बसें विभिन्न डिपू से चलाई गई ताकि आम यात्रियों को अपने गणतव्य तक जाने में कोई परेशानी न हो। हालांकि उन्होंने बताया कि साल 2016 आऊटसोर्सिंग के तहत लगाए गए ड्राइवरों को विभाग घर का रास्ता दिखाएगा। वहीं चक्का जाम से पहले छुट्टी पर जाने वाले पलवल के जीएम के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। जिसके लिए विभाग ने फाइल सीएम के पास भेज दी है।
इन जिलों में इतनी चली बसें-
इस हड़ताल के चलते सबसे ज्यादा गुरुग्राम में 208 बसें चली। रोहतक में 138, नारनोल में 128, झाझर में 107, दिल्ली की 100, पानीपत की 90, सोनीपत की 87,पंचकूला की 55, अम्बाला की 81, भिवानी की 104, दादरी की 53, चंडीगढ़ की 40, फरीदाबाद की 39, नूह की 87, कुरुक्षेत्र की 42, कैथल की 30, पलवल की 1 बस, हिसार-1,जींद-5, रेवाड़ी की 21, यमुनानगर की 20 और सिरसा की 28 बसें चली।
चक्का जाम की पूर्व सांध्य पर पलवल के जीएम ने डिस्क प्रॉब्लम बता छुट्टी ली है।जिसके चलते पलवल से मात्र एक ही बस चल पाई। इसके व्यवहार से नाराज धनपत सिंह ने कहा कि जरूरी दस्तावेज न पेश करने की सूरत में इनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जा सकती है। धनपत सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार माननीय पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में कर्मचारी नेतायों के खिलाफ अवमान की कार्यवाही का आग्रह करेगी। उन्होंने यूनियन नेताओं पर आरोप लगाया कि यह लोग चंदे के पैसे पर ऐश कर रहे है।
हड़ताल में शामिल होने को लेकर 2016 में भर्त्ती किये गए चालकों पर गाज गिरेगी। विभाग ने उन्हें हटाने का पूरा मन बना लिया है।धनपत सिंह ने बताया कि अनुबंध पर होने के बावजूद भी यह चालक हड़ताल पर रहे है। जिन्हें हटाया जाएगा। धनपत सिंह ने कहा कि एस्मा में या हड़ताल में पहले शामिल रहे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के लिए पुलिस अधीक्षकों व जिलाधीशों से कहा गया कि पहले गिरफ्तार लोग अगर अब किसी गतिविधि में शामिल मिलते हैं तो उनके खिलाफ दोबारा कार्यवाही की जाए।