Edited By vinod kumar, Updated: 25 Dec, 2019 02:32 PM
खेती करने के लिए अपनी जमीन नहीं है तो क्या हुआ, घर की छत है ना। पानीपत के उरलाना निवासी गुलशन ने कुछ ऐसा कर दिखाया कि जिसकी अब हर तरफ वाहवाही हो रही है। खेती करने की चाहत और महंगाई की मार ने गुलशन को किसान बना दिया।
पानीपत(अनिल): खेती करने के लिए अपनी जमीन नहीं है तो क्या हुआ, घर की छत है ना। पानीपत के उरलाना निवासी गुलशन ने कुछ ऐसा कर दिखाया कि जिसकी अब हर तरफ वाहवाही हो रही है। खेती करने की चाहत और महंगाई की मार ने गुलशन को किसान बना दिया।
दरअसल गुलशन के पास खेती के लिए अपनी जमीन नहीं थी। इसके चलते वह हर सब्जी और फल बाजर से खरीदने को मजबूर था, लेकिन गुलशन ने खेती करने की चाहत और लगातार बढ़ते प्याज व सब्जियों के दाम को देखते हुए अपने घर की तीसरी मंजिल को ही खेत में तब्दील कर दिया।
गुलशन ने अपने तीन मंजिला मकान के ऊपरी भाग में तीन ट्रॉली मिटी व खाद डालकर जैविक ट्रिक से प्याज, टमाटर, मिर्च और अन्य सब्जियां उगा दी। इसका अब पूरा गांव चर्चा करता है। गुुलशन के साथी अशोक भारती ने बताया की उसे बागवानी का बड़ा शौक है। गुलशन ने घर को सब्जियों के लिए चुना और श्मशान को फलों के लिए। उन्होंने कहा कि गुलशन ने श्मसान भूमि की खाली जमीन की जुताई कर आम, नींबू, अमरुद के साथ रुद्राक्ष, चंदन आदि के पेड़ भी लगाए है। अशोक ने कहा कि आज पूूरा गांव गुलशन को किसान गुलशन के नाम से पुकारता है।