Edited By Rakhi Yadav, Updated: 05 Sep, 2018 10:46 AM
बहादुरगढ़ में सरकार की सख्ती का असर देखने को मिल रहा है। यहां अलग-अलग जगह के लिए बसें रवाना हो रही है। कर्मचारियों के हल्के विरोध के बावजूद भी यहां दिल्ली, रोहतक, चंडीगढ़, सिरसा के साथ-साथ ग्रामीण सेवा....
बहादुरगढ़(प्रवीन धनखड़): बहादुरगढ़ में सरकार की सख्ती का असर देखने को मिल रहा है। यहां अलग-अलग जगह के लिए बसें रवाना हो रही है। कर्मचारियों के हल्के विरोध के बावजूद भी यहां दिल्ली, रोहतक, चंडीगढ़, सिरसा के साथ-साथ ग्रामीण सेवा की बसें भी चल पड़ी है। वहीं रोडवेज की इंटेक यूनियन बसें चलाने का विरोध करती नजर आई। साथ ही रोडवेज कर्मचारी महासंघ और सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा यूनियन से जुड़े कर्मचारी बसें चला रहे हैं। इस दौरान यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
पलवल(गुरूदत्ता गर्ग): पलवल में हरियाणा रोडवेज कर्मचरियों की हड़ताल का मामूली भी असर देखने को नहीं मिला। यहां पर सभी बसें सामान्य दिनों की तरह अपने समय पर बस अड्डे से निकली। किसी ने भी बसों को रोकने अथवा ना चलाने देने का कोई प्रयास नहीं किया। सुरक्षा की दृष्टि से यहां पर पुलिस की एक बस भरकर खड़ी की गई लेकिन उसकी कोई जरूरत ही नहीं पड़ी।
बल्लभगढ़(अनिल राठी): हरियाणा रोडवेज कर्मचरियों की हड़ताल का असर बल्लभगढ़ में देखने को नहीं मिला। बल्लमगढ़ से करीब 40 बसें नियमित समय से चली। बस अड्डा सुपरवाइजर नेपाल सिंह की माने तो कर्मचारी हड़ताल के लिए आए ही नहीं। हालांकि मौके पर फरीदाबाद और बल्लभगढ़ के SDM और रोडवेज के महाप्रबंध भी मौजूद रहे।
बस अड्डा सुपरवाइजर की मानें तो यदि एक दिन फरीदाबाद बस अड्डा से बस से नहीं चलती तो करीब 1200000 रुपए का नुकसान यहां से हो जाता है। आज हड़ताल की घोषणा के बाद भी हड़ताल यहां नहीं हुई है और लगातार बसें चल रही हैं।
भिवानी(अशोक भारद्वाज): कर्मचारियों की हड़ताल के मद्देनजर लगाई गई एस्मा का भिवानी में असर देखने को मिला। यहां कर्मचारी हड़ताल बेअसर रही। हालांकि कर्मचारी सुबह ही रोड़वेज वर्कशाप पहुंचे। भिवानी के एसडीएम सतीश कुमार ने साफ चेतावनी दी कि कानून को अगर किसी ने हाथ में लेने की कोशिश की तो प्रशासन सख्ती से निपटेगा। चप्पे चप्पे पर पुलिस बलों की तैनाती की गई थी तथा सभी बसें तय रूटों पर दौड़ती दिखी।
यमुनानगर(सुमित ओबरॉय): हाइकोर्ट के आदेशों के बाद रोडवेज का चक्का जाम यमुनानगर में फेल होता नजर आ रहा है। सुबह से कड़ी सुरक्षा के बीच बसें चलाई गई।हालांकि सुबह भारी बारिश थी लेकिन इस बीच पुलिस और प्रशासन के अधिकारी अपनी ड्यूटी को बखूबी निभाते हुए बारिश में डटे रहे और समय अनुसार बसें चलाई गई। वही बसें चलती रही और कुछ रोडवेज़ कर्मचारी सरकार के खिलाफ खड़े नारेबाजी करते रहे।
भारतीय मजदूर संघ के प्रधान रोशन लाल ने ऑल हरियाणा वर्कर्स यूनियन जॉइंट एक्शन कमेटी के स्टेट प्रधान हरिनारायण शर्मा पर कई गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह जो बन्द का आह्वान किया गया है। इसके बारे में हरिनारायण ने सबके उकसाया है। हम एस्मा का विरोध करते है लेकिन हम बसें सिर्फ हरिनारायण को सबक सिखाने के लिए चला रहे है। जो कहता है कि रोडवेज तो मेरी जेब में है।