Edited By Rakhi Yadav, Updated: 05 Apr, 2018 11:50 AM
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार शिक्षा और नौकरियों में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति समुदायों के लिए आरक्षण की नीति को न तो रद्द करेगी और न ही किसी को ऐसा करने देगी। एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आरक्षण नीति को कोई भी...
चंडीगढ़(ब्यूरो): भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार शिक्षा और नौकरियों में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति समुदायों के लिए आरक्षण की नीति को न तो रद्द करेगी और न ही किसी को ऐसा करने देगी। एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आरक्षण नीति को कोई भी बदलने की हिम्मत नहीं कर सकता। जैसा कि संविधान में बी.आर. अम्बेडकर ने तय किया है। विभिन्न दलित संगठनों द्वारा एस.सी.-एस.टी. (अत्याचार निवारण) अधिनियम को कथित रूप से कमजोर करने के खिलाफ आयोजित राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान हुई हिंसा में करीब एक दर्जन लोगों की मौत के लिए शाह ने कांग्रेस और विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ‘‘बंद का आह्वान क्यों किया गया जब प्रधानमंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया था कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ सरकार दोबारा याचिका दायर करेगी। बंद के दौरान 10 लोग मारे गए। कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल इन 10 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार हैं।’’