Edited By Manisha rana, Updated: 31 Aug, 2020 03:32 PM
आवारा पशुओं के आतंक से शहरवासी परेशान है परंतु प्रशासन को इससे कोई लेना देना ही नहीं है। सड़कों व अन्य जगहों पर आवारा पशुओं...
फरीदाबाद (सूरजमल) : आवारा पशुओं के आतंक से शहरवासी परेशान है परंतु प्रशासन को इससे कोई लेना देना ही नहीं है। सड़कों व अन्य जगहों पर आवारा पशुओं का हमेशा जमावडा लगा रहता है लेकिन प्रशासन व नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों को यह सब दिखाई नहीं देता। बाइपास रोड पर लालबत्ती के पास दर्जनों गायों व आवारा पशुओं के जमावडे के कारण वाहन चालक व यहां के निवासी काफी परेशान है। इन आवारा पशुओं के कारण कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी है लेकिन प्रशासन व नगर निगम इस ओर आंखे मूंदे बैठा है।
प्रशासन तो यह भी दावा करता है कि फरीदाबाद शहर आवारा पशु मुक्त है लेकिन ऐसा है तो फिर सड़कों पर गायों का झुंड कहां से आता है। नगर निगम प्रशासन का आवारा पशु पकडऩे का अभियान भी अब बंद है। ऐसे में लोगों को इनसे कोई छुटकारा दिलाएगा यह कहा नहीं जा सकता। यह सिर्फ एक जगह की ही समस्या न बनकर पूरे शहर की समस्या बन चुकी है। आवारा पशुओं के कारण अब सैक्टरवासी भी परेशान है। बाइपास रोड पर दर्जनों गायो का झुंड सड़कों पर बैठ देखा जा सकता है जिसके कारण सड़क से निकलने वाले वाहन चालको को परेशानी उठानी पड़ती है। कई बार तो ये पशु अचानक वाहनों के सामने आ जाते हैं जिससे वाहन चालक अपना संतुलन खो बैठता है और दुर्घटना का शिकार हो जाता है।
आरडब्ल्यूए सैक्टर-18 के प्रधान रजत चौधरी ने प्रशासन व नगर निगम से मांग की है कि वह शहर में घूम रहे इन आवारा पशुओं को पकडऩे का अभियान चलाए ताकि लोग परेशान न हो और उन्हें जान माल की हानि न हो। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन केवल कागजों में ही आवारा पशुओं को पकडऩे का अभियान चलाते है और शहर को आवारा पशु मुक्त बताते हैं लेकिन सच्चाई इसके बिल्कुल अलग है। पूरे शहर में जहां- तहां ये आवारा पशु कूडे के ढेर, गलियों व सड़कों पर बेखौफ घूमते देखे जा सकते हैं। कई बार तो यह लोगों पर भी हमला कर देते हैं परंतु अधिकारी व कर्मचारी इस ओर चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने मांग की कि नगर निगम प्रशासन जल्द ही आवारा पशुओं को पकडने के लिए कार्रवाई करें।