Edited By Deepak Paul, Updated: 10 Jan, 2019 07:24 PM
झज्जर जिला प्रशासन ने जरूरतमंदों की मदद के लिए अनोखी पहल की है। जिसके तहत नंगे पैरों को चप्पल जूते और बदन ढ़कने के लिए गर्म कपड़े और पढ़ने के लिए बच्चों किताबें उपबल्द करवाई जा रही है...
बहादुरगढ़ (प्रवीन धनखड़): झज्जर जिला प्रशासन ने जरूरतमंदों की मदद के लिए अनोखी पहल की है। जिसके तहत नंगे पैरों को चप्पल जूते और बदन ढ़कने के लिए गर्म कपड़े और पढ़ने के लिए बच्चों किताबें उपबल्द करवाई जा रही है। बताया जा रहा कि इस नेक काम का आईडिया जिला उपायुक्त सोनल गोयल का था। जिला उपायुक्त के आह्वान पर आम जनता के साथ सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों ने भी अपनी इच्छा से कपड़े, जूते चप्पल ,किताबों और दूसरे घरेलू इस्तेमाल के सामान डोनेट कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक अब तक करीब आठ हजार लोगों को इसका फायदा हो चुका है।
जिला उपायुक्त सोनल गोयल ने सांझी मदद अभियान के तहत सड़क किनारे फुटपाथ और झुग्गी झोपडियों में रहने वाले लोगों को सामान का वितरण किया। सोनल गोयल ने खुद अपने हाथों में नंगे बदन घूम रहे छोटे बच्चों को कपड़े पहनाया। महिलाओं को ठंड से बचने के लिये साडियां, सूट, स्वेटर और गरीब लोगों को गर्म कंबल दिए।
जिला उपायुक्त ने कहा कि उन्हें जरूरतमंदों की मदद कर सुकून मिलता है। उन्होनें बताया कि उनके शुरू किये इस अभियान को लोगों का खूब समर्थन मिला है. डीसी सोनल गोयल ने जिले भर के लोगों से ऐसी चीजें जिनका वो उपयोग नहीं करते उन्हे गरीबों को साझी मदद अभियान के तहत लोगों तक पहुचाने की अपील की है।
कपड़े, जूते और खाने का सामान मिलने से बच्चों से लेकर बड़े तक खुश है और देने वालों को दुआयें भी दे रहे हैं। जिला प्रशासन के सांझी मदद में आम लोग की अपना सामान दान कर रहे हैं। इसके लिये बाल भवन झज्जर और बहादुरगढ़ अपना घर में 2 कलेक्शन सेंटर बनाये गये हैं। सांझी मदद सही से चलता रहे इसके लिये एक कमेटी भी बनाई गई है जिसकी बैठक हर महीने खुद जिला उपायुक्त ले रही है। बहरहाल जरूरतमंद लोगों को मिली मदद के बाद उनके चेहरे पर आई खुशी देखने का अनुभव हमें भी बेहद खास रहा है।