Edited By Isha, Updated: 20 Feb, 2020 08:39 AM
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि बजट से पहले विधायकों के साथ विचार-विमर्श बैठक का आयोजन करने की हरियाणा ने नई पहल की और आशा है कि अन्य राज्य इसका अनुसरण करेंगे.....
चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि बजट से पहले विधायकों के साथ विचार-विमर्श बैठक का आयोजन करने की हरियाणा ने नई पहल की और आशा है कि अन्य राज्य इसका अनुसरण करेंगे। बैठक में आए अच्छे सुझावों को बजट में मानदंडों के अनुरूप अधिक से अधिक शामिल करने का प्रयास किया जाएगा, जो इस बजट 2020-21 में अलग देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि तीन दिनों की बैठक में करीब 250 सुझाव आए हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां पंचकूला के रैड-बिशप में विधायकों के साथ तीन दिवसीय बजट पूर्व परामर्श बैठक के समापन पर उपस्थित विधायकों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात की प्रसन्नता है कि विधायकों ने पार्टीलाइन से ऊपर उठकर सुझाव दिए हैं। सभी का संकल्प है कि हम प्रदेश की प्रगति करेंगे और जनआकांक्षाओं पर खरा उतरेंगे। विधायकों का राजस्व बढ़ाने का सुझाव बेहतर मुख्यमंत्री ने विधायकों द्वारा राजस्व बढ़ाने के दिए गए सुझावों का भी स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रदेश का बजट राजस्व व खर्चे के आंकड़ों का लेखा-जोखा होता है। उन्होंने 8 जनवरी से प्री-बजट बैठकों की शुरूआत की थी, आज यह विधायकों के साथ अंतिम बैठक थी। इससे पूर्व विभिन्न क्षेत्रों के हितधारकों के साथ भी बैठकें की गईं और उनके सुझावों को भी प्रक्रिया में शामिल किया गया।
प्री-बजट मंथन सिर्फ इवैंट मैनेजमैंट: हुड्डा
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्री बजट बैठक को सरकार का इवैंट मैनेजमैंट करार दिया। उन्होंने कहा कि बिना आॢथक सर्वे और विभागों के आबंटन के बिना पता ही नहीं किस दिशा में बजट जाएगा। हुड्डा ने कहा कि जिस तरह मंत्रियों के बयान आए हैं उससे लगता है कि बजट बन चुका है। हुड्डा ने कहा कि भाजपा की सरकार सिर्फ ईवैंट मैनेजमैंट की सरकार है।