Edited By Deepak Paul, Updated: 18 Nov, 2018 12:38 PM
नारायणगढ़ में एक 12वीं के छात्र्र ने फेल होने पर फंदा लगाकर अात्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि मृतक रजत पढ़ लिखकर इंजीनियर बनना चाहता था, लेकिन फेल होने पर उसके सारे सपने चूर- चूर हो गए और उसने मौत को गले लगा लिया। वार्ड नं. 7 की चानना कॉलोनी के...
नारायणगढ़(चंदेश चोपड़ा): नारायणगढ़ में एक 12वीं के छात्र्र ने फेल होने पर फंदा लगाकर अात्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि मृतक रजत पढ़ लिखकर इंजीनियर बनना चाहता था, लेकिन फेल होने पर उसके सारे सपने चूर- चूर हो गए और उसने मौत को गले लगा लिया। वार्ड नं. 7 की चानना कॉलोनी के रजत ने शुक्रवार को दोपहर करीब 12 बजे आत्महत्या की। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मौके से शव और सुसाइड नोट बरामद किया, जिसमें रजत ने खुद को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया था।
मृतक के भाई ने बताया कि वे करीब साढ़े 12 बजे घर अाया तो रजत को पंखे से झूलता पाया। रजत को फंदे से उतार कर वह चिल्लाया तो पड़ोसी इक्ट्ठा हो गए। पड़ोसियों ने तुरंत रजत को अस्पताल पहुंचाया जहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। उसमें रजत ने लिखा कि वह अपनी जिंदगी से बहुत परेशान हो चुका है। वह बड़ा होकर कुछ बनना चाहता था ताकि माता-पिता उस मुझ पर गर्व कर सकें। फेल होने से माता-पिता का सपना चूर-चूर हो गया।
डिप्रेशन में था रजत
12वीं का रिजल्ट आए काफी समय बीत चुका था, लेकिन रजत को रिजल्ट का गम सताए जा रहा था। मृतक के पिता एक कार चालक हैं और मां एक प्लेवे स्कूल में हेल्पर का कार्य करती है। बड़ा भाई बाजार में बारबर की दुकान चलाता है। घर में रजत ही पढ़ाई में आगे था। उसके मित्र बताते हैं कि वह पढ़ाई में अच्छा था, लेकिन 12वीं में फेल हो गया। हालांकि फेल हो जाने के बाद उस पर किसी तरह का दबाव नहीं था, लेकिन वह खुद इस बात को महसूस कर रहा था।