चुनावी मोड में प्रदेश, सितम्बर में  रैलियोंं का सैलाब

Edited By Isha, Updated: 28 Aug, 2019 11:17 AM

state in electoral mode rallies in september

विधानसभा चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं रहा। हरियाणा में सभी राजनीतिक दल चुनावी मोड पर आ गए हैं। सितम्बर माह के दौरान जहां चुनाव आचार संहिता लगना तय है वहीं हरियाणा

सोनीपत (दीक्षित): विधानसभा चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं रहा। हरियाणा में सभी राजनीतिक दल चुनावी मोड पर आ गए हैं। सितम्बर माह के दौरान जहां चुनाव आचार संहिता लगना तय है वहीं हरियाणा में कांग्रेस को छोड़कर अन्य सभी दलों ने रैलियों के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी कर ली है। 
दिलचस्प बात यह है कि ज्यादातर राजनीतिक दलों ने जहां रैलियों के लिए जाटलैंड को चुना है वहीं अपने पारम्परिक क्षेत्र अथवा वोट बैंक से हटकर इनैलो ने इस बार रैली के लिए मध्य हरियाणा को चुना है।

गोहाना से 1 सितम्बर को चुनावी  शंखनाद करेगी लोसुपा
हरियाणा में चुनावी रैलियों की शुरूआत 1 सितम्बर को गोहाना से होने जा रही है। प्रदेश में जाट आरक्षण का विरोध करने वाले भाजपा के पूर्व सांसद एवं लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के अध्यक्ष राजकुमार सैनी पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर गोहाना में सत्ता परिवर्तन रैली का आयोजन करने जा रहे हैं। हरियाणा की पूर्व हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान गोहाना कांड हुआ था। सैनी अपने मंच से पिछड़ों को 45 तथा दलितों को 18 सीटों पर टिकट देने का ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में लोसुपा द्वारा गोहाना में रैली आयोजित करने के कई राजनीतिक मायने हैं। 

हुड्डा के गढ़ में प्रधानमंत्री मोदी दिलवाएंगे विजय का संकल्प
इसके बाद सत्तारूढ़ भाजपा 8 सितम्बर को रोहतक में विजय संकल्प रैली के माध्यम से अपना दम दिखाएगी। इस रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बतौर मुख्य अतिथि पहुंच रहे हैं। 
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की जन आशीर्वाद रथ यात्रा के समापन के उपलक्ष्य में होने वाली इस रैली के रोहतक में आयोजन का मुख्य उद्देश्य पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ को साफ  करना तथा लोकसभा चुनाव के दौरान रोहतक व सोनीपत में मिली जीत को विधानसभा में भुनाना है। भाजपा इस रैली में अप्रत्याशित भीड़ जुटाकर अन्य सभी राजनीतिक दलों को यह संदेश देने का प्रयास करेगी कि अब जाटलैंड ही नहीं जाट वोट बैंक भी भाजपा की तरफ  मुड़ चुका है। 

इस बार दुष्यंत के मंच पर होंगी मायावती
दुष्यंत चौटाला के मंच से उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती भी हरियाणा के कार्यकत्र्ताओं को गठबंधन के पक्ष में  लामबंद करेंगी। महम में दुष्यंत की रैली और मायावती की मौजूदगी हरियाणा में कई जातिगत राजनीतिक समीकरणों  को जन्म देगी।  हरियाणा की राजनीति में अपनी जड़ों को मजबूत करने में जुटी आम आदमी पार्टी भी सितम्बर माह के दौरान हरियाणा में दम दिखाती हुई नजर आएगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री व ‘आप’ सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल भी इसी माह के दौरान हरियाणा का दौरा करके कार्यकत्र्ताओं को लामबंद करेंगे।

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