Edited By Shivam, Updated: 11 Jan, 2021 04:17 PM
इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने आज किसान आंदोलन के समर्थन व कृषि कानूनों के विरोध में अपना इस्तीफा हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को भेजा है। इसके साथ ही अभय चौटाला ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत...
सिरसा (सतनाम सिंह): इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने आज किसान आंदोलन के समर्थन व कृषि कानूनों के विरोध में अपना इस्तीफा हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को भेजा है। इसके साथ ही अभय चौटाला ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर भी तल्ख टिप्पणी करते हुए अपनी भड़ास निकाली। यहां तक कि अभय ने दुष्यंत को देवीलाल का रूप नहीं बल्कि भूत होना बता दिया।
अभय चौटाला ने कहा कि वे चौधरी देवीलाल के वंशज हैं। चौधरी देवीलाल ने भी प्रधानमंत्री के पद का त्याग कर दिया था। आज किसानों के मुद्दे को लेकर उन्होंने भी विधायक से इस्तीफा दे दिया है। एक सवाल के जवाब में अभय चौटाला ने अपने भतीजे और सरकार में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर तल्ख टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जो लोग आज भाजपा सरकार से चिपके बैठे हैं और खुद को चौधरी देवीलाल का वंशज बताते हैं वे वास्तव में चौधरी देवी लाल के रूप नहीं भूत हैं।
किसानों की मांगे मानें अन्यथा इस्तीफा करें मंजूर
वहीं इस्तीफे में अभय चौटाला ने स्पष्ट किया है कि 26 जनवरी तक केंद्र सरकार किसानों की मांगे माने अन्यथा 27 जनवरी को उनका इस्तीफा मंजूर किया जाए। अपने निर्वाचन क्षेत्र ऐलनाबाद के गांव बरासरी में ग्रामीणों के बीच मौजूद अभय सिंह ने इस्तीफे पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित अपने भतीजे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व चाचा बिजली मंत्री रणजीत सिंह पर भी हमला बोला। विधायक अभय चौटाला ने करनाल के कैमला गांव में हुए घटनाक्रम को लेकर मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया।
मुख्यमंत्री के खिलाफ दर्ज हो मुकदमा
अभय चौटाला ने करनाल के गांव कैमला गांव की घटना के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए मुख्यमंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए। अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए ही मुख्यमंत्री दूसरे किसान नेताओं का नाम ले रहे हैं। इनेलो नेता ने कहा कि किसानों ने करनाल के उपायुक्त को पहले ही विरोध करने की सूचना दे दी थी। मुख्यमंत्री को अपना कार्यक्रम स्थगित करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि किसानों पर लाठीचार्ज पुलिस ने नहीं किया बल्कि किसानों पर भाजपा के बदमाश नेताओं ने पुलिसकर्मियों से डंडे लेकर बरसाए।