हरियाणा की बेटी ने गायकी में चमकाया नाम, हिंदी गानाें में महारत की हासिल

Edited By vinod kumar, Updated: 07 Jun, 2020 06:55 PM

sonam chaudhary achieved a major position in singing at the age of 18

हरियाणा की होनहार बेटी ने अठारह वर्ष की उम्र में गायकी में वह नाम कमा लिया है, जहां तक पहुंचने में वर्षों लग जाते है। सोनम चौधरी ने न केवल हिंदी भाषी गानों ( गीत ) में महारत हासिल कर ली है, बल्कि पंजाबी तथा वेस्टर्न म्यूजिक पर पॉप सिंगिंग में तहलका...

पलवल (गुरुदत्त गर्ग): हरियाणा की होनहार बेटी ने अठारह वर्ष की उम्र में गायकी में वह नाम कमा लिया है, जहां तक पहुंचने में वर्षों लग जाते है। सोनम चौधरी ने न केवल हिंदी भाषा गानों ( गीत ) में महारत हासिल कर ली है, बल्कि पंजाबी तथा वेस्टर्न म्यूजिक पर पॉप सिंगिंग में तहलका मचा दिया है। बहुत थोड़े समय में अपनी आवाज के जादू से लाखों लोगों को सोनम चौधरी ने विस्मित कर अपना दीवाना बना दिया।

साेनम चौधरी की गाने की शुरुआत बाथरूम सिंगर के रूप में हुई। उसके बाद जब वह आठवीं-नौवीं क्लास में पढ़ रही थी तब उसे स्कूल में आयोजित होने वाले स्टेज के कार्यक्रमों में अपनी परफॉर्मेंस देने का मौका मिला। जहां पर उसने अपनी आवाज के जादू से सभी को विस्मित कर दिया, उसके बाद सोनम चौधरी ने पिछले चार सालों में पीछे मुड़कर नहीं देखा और स्कूलिंग के दौरान जितने भी स्टेज पर परफॉर्मेंस दिए तमाम परफॉर्मेंस में सबसे अव्वल रही और फिर अब गायकी की विधिवत राह पकड़ ली।

अमेरिका के बोस्टन म्यूजिक काॅलेज में सोनम चौधरी को दाखिला भी मिल गया था, लेकिन मार्च में लॉकडाउन के चलते अमेरिका नहीं जा पाई| सोनम भारतीय संस्कृति से जुड़ी रहकर भारतीय वाद्ययंत्रों पर गायकी को नए मुकाम देना चाहती है। सोनम चौधरी के गायकी के तार अपनी दादी से जुड़े हैं , जिन्होंने उसे सितार बजाना सिखाया।

सोनम चौधरी के पिता एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज है, जिनकी इस समय पलवल में पोस्टिंग है। परिवार के तमाम लोग सरकारी सेवा से जुड़े होने के बावजूद सोनम ने अपना एक अलग रास्ता अख्तियार किया है। सोनम का मानना है कि सरकारी नौकरी में बंदिशें बहुत होती हैं, जबकि उसे बंदिशों में रहना पसंद नहीं है। वह पूरे देश और पूरे विश्व में भ्रमण करना चाहती है। अलग अलग राज्यों और देशों परफॉर्मेंस देने के दौरान विश्व भ्रमण की इस ख्वाहिश को गायकी पूरा कर सकती है। जिसके कारण सोनम चौधरी ने सिंगिंग को अपना कैरियर बना लिया है। 

सोनम चौधरी सबसे अधिक आशा भोसले तथा सोनू निगम से प्रभावित है। सोनम ने हिंदी के अपने गाने मूड है शायराना के साथ जबरदस्त शुरुआत की थी। उसके बाद सोनम चौधरी ने अनेकों गीत गाए। सोनम चौधरी ने पंजाबी गीत 'होवे तेरा नाम' लांच किया, उसके बाद तो सोनम के लाखों प्रशंसक बन गए । सोनम चौधरी के अनुसार पंजाबी उनकी मातृभाषा नहीं है, लेकिन पंजाबी बहुत प्यारी भाषा है। सोनम चौधरी को पंजाबी गाने के लिए पिछले दिनों मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बेस्ट वेस्टर्न सिंगर का अवार्ड  दिया था।

वह मूलतः पॉप सिंगर है। जो बीटीएस कोरियन, जस्टिन बेबर, थाउजेंड इयर्स -क्रिस्टीना पेरी आदि को बचपन से ही सुनती आई है। उन्हीं से प्रेरणा पाकर वेस्टर्न म्यूजिक और इंग्लिश सिंगिंग की तरफ रुझान हुआ है। सोनम चौधरी बॉलीवुड में प्लेबैक सिंगर तथा हॉलीवुड में स्थापित होना चाहती है। वह अपने यूट्यूब चैनल, इंस्टाग्राम तथा फेसबुक के जरिए 10 लाख से अधिक लोगों को अपना प्रशंसक बना चुकी हैं। 

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