Edited By Rakhi Yadav, Updated: 30 Jul, 2018 02:21 PM
अब इसे सरकार की नाकामी कहें या फिर कुछ और। दफ्तर के सामने बैठकर दिनभर सौदेबाजी हो रही है, वाहनों की पासिंग व ओवरलोड के नाम पर मोटा खेल चल रहा है। मगर सिक्को की खनक के आगे कोई भी.....
रेवाड़ी(मोहिंद्र भारती): अब इसे सरकार की नाकामी कहें या फिर कुछ और। दफ्तर के सामने बैठकर दिनभर सौदेबाजी हो रही है, वाहनों की पासिंग व ओवरलोड के नाम पर मोटा खेल चल रहा है। मगर सिक्को की खनक के आगे कोई भी कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं हैं। ऊपर से मंत्री जी कह रहे हैं कि इसमें अकेले सरकार का कोई दोष नहीं है। तस्वीरों में हाथ में फाइल उठाकर नोट गिनते हुए जो यह नजारा आप देख रहे हैं, यह रेवाड़ी आरटीओ दफ्तर के सामने का है। जहां वाहनों की पासिंग व ओवरलोड के नाम पर दिनभर यह खेल खुलेआम चलता है, लेकिन अधिकारियों की कथित मिलीभगत के चलते यहां इन्हे रोकने टोकने वाला शायद कोई नहीं है।
लोगो की माने तो रेवाड़ी में ओवरलोड वाहनों को कहर दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है। जिसके कारण शाम ढलते ही शहर की सड़कें इन यमदूतों के साए में फंस जाती हैं। वहीं सड़कों पर हादसे होना आम बात हो चली है। हालात इस कदर बेकाबू हैं कि लोग रोड क्रास तक नहीं कर पाते। इतना ही नहीं अनेक वाहनों पर तो नंबर तक नहीं होते। आरोप है कि यह सारा खेल अधिकारी से मंत्रियों तक मिलीभगत के चलते खेला जा रहा है। इसे लेकर पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव का कहना है कि पहले सरकार ने चौराहों पर बूथ बनाकर वहां टीमें बैठाई थी, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अब उन्हें क्यों हटा लिया गया। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आते देख अब मैच फिक्स हो चुका है। सरकार जवाब दे कि आखिर गड़बड़ कहां है।
वहीं, अब अगर आप इन मंत्री जी का बयान सुनेंगे तो हैरान रह जाएंगे। उनका कहना है कि इसमें अकेले सरकार का कोई दोष नहीं है। लोगों को भी अपनी मानसिकता बदलनी होगी। जन सहयोग के बिना भ्रष्टाचार दूर नहीं हो सकता। वैसे भी अब स्थिति काफी कंट्रोल में है और सरकार कोशिश कर रही है कि इस पर पूरी तरह अंकुश लगे। अब देखना यह होगा कि सरकार सौदेबाजी के इस खेल को कब तक रोक पाती है या फिर यह खेल इसी तरह जारी रहेगा और रेवाड़ी की सड़कें खून से लाल होती रहेंगी।