Edited By Deepak Paul, Updated: 13 Apr, 2018 11:00 AM
न सर ढकने के लिए छत बची, न सोने के लिए बिस्तर, न खाने के लिए भोजन और न तन ढकने के लिए कपड़े। जी हां भगवान कृष्ण की उपदेशस्थली ज्योतिसर गांव में शार्ट-सर्किट के कारण एक गरीब व बीमार व्यक्ति का घर जल कर राख हो गया। घर में पड़ा लगभग सारा सामान जल कर...
थानेसर(ब्यूरो): न सर ढकने के लिए छत बची, न सोने के लिए बिस्तर, न खाने के लिए भोजन और न तन ढकने के लिए कपड़े। जी हां भगवान कृष्ण की उपदेशस्थली ज्योतिसर गांव में शार्ट-सर्किट के कारण एक गरीब व बीमार व्यक्ति का घर जल कर राख हो गया। जिसके बाद परिवार की हालत यह हो गई कि परिवार के मुखिया सुरेश कुमार पुत्र तुलसी राम को घर के एक कोने में 2 चारपाई बिछा कर अपने 4 बच्चों और पत्नी संग खुले में सोना पड़ रहा है। पीड़ित सुरेश ने बताया कि वह कई वर्षों से गुर्दे की बीमारी के कारण बीमार रहता है।
घर में उसकी 3 लड़कियां, एक लड़का और उसकी पत्नी रहती है। उसकी पत्नी ही घर से बाहर मजदूरी कर परिवार का पेट पालती है। ऐसे में बीते दिन जब उसके परिवार के सदस्य घर से बाहर गए हुए थे और वह गली में पेड़ के नीचे बैठ आराम कर रहा था कि अचानक उसके घर तारों में स्पार्किंग यानी शार्ट-सर्किट से आग लग गई। उस दौरान कमरे में कुछ पराली और कपड़े जमीन पर बिखरे पड़े हुए थे। आग की चिंगारी लगते ही पराली और कपड़ों में आग लग गई और देखते ही देखते उसका कडिय़ों वाला कमरा जल कर राख हो गया। ऐसे में बहुत मुश्किल से आग तो बुझ गई किन्तु कमरे में कुछ बर्तन और पेटी में रखे कुछ कपड़े ही बच पाए।