Edited By Shivam, Updated: 07 Jul, 2018 04:05 PM
चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के इग्जाम कंट्रोलर प्रवीण अगमकर द्वारा अपने घर के बाथरूम में सुसाईड किए जाने के बाद विश्वविद्यालय में उपकुलपति व प्रोफेसरों के बीच राजनीति तेज हो गई है। प्रोफेसर प्रवीण अगमकर मूल रूप से फिजिक्स के प्रोफेसर थे, जिनको...
भिवानी(अशोक भारद्वाज): चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के इग्जाम कंट्रोलर प्रवीण अगमकर द्वारा अपने घर के बाथरूम में सुसाईड किए जाने के बाद विश्वविद्यालय में उपकुलपति व प्रोफेसरों के बीच राजनीति तेज हो गई है। प्रोफेसर प्रवीण अगमकर मूल रूप से फिजिक्स के प्रोफेसर थे, जिनको चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के इग्जाम कंट्रोलर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। प्रो. अगमकर द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद विश्वविद्यालय के साथी प्रोफेसर कुलपति पर भडक़ गए तथा उपकुलपति के साथ हाथापाई तक की। सूत्रों का यह मानना है कि विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने काम के दबाव में आत्महत्या की, जिसके बाद यह बवाल हुआ।
उपकुलपति के साथ हाथापाई किए जाने के विरोध में संत कबीर धानक महासभा ने आज भिवानी में उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल व अनुसूचित जाति व जनजाति आयोग के अध्यक्ष के नाम ज्ञापन सौंप उपकुलपति डा. विजय कुमार कायत को सुरक्षा प्रदान किए जाने की मांग की। महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अजीत बामला ने कहा कि कुछ दबंग व्यक्तियों ने मिलकर उपकुलपति महोदय के साथ धक्का-मुक्की तथा दुव्यर्वहार किया है। उन्होंने आरोप लगाया डॉ. विजय कुमार कायत के खिलाफ झूठी व निराधार शिकायत दबंग व्यक्तियों द्वारा दी गई, इसीलिए महासभा इस सारे मामले की जांच करवाने की मांग करती है।
उन्होंने कहा कि संत कबीर धानक महासभा उपकुलपति के साथ खड़ी है तथा उन पर दबाव बनाकर कुछ स्थानीय लोग अपनी मनमानी करना चाहते हैं। इसीलिए उपकुलपति की सुरक्षा व मान-सम्मान की जिम्मेवारी प्रशासन की बनती है।