इनेलो-बसपा गठबंधन पर सैनी ने फिर उगली आग, अब मोदी को भी लपेटा

Edited By Deepak Paul, Updated: 29 Apr, 2018 11:05 AM

saini again flares up on inld bsp alliance

हरियाणा भाजपा के बागी नेता और कुरुक्षेत्र के सांसद राज कुमार सैनी ने  मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बाद अब सीधे पी.एम. नरेंद्र मोदी पर हमला बोला  है। अब तक खट्टर सरकार पर दलित समाज की अनदेखी के आरोप लगाने वाले सैनी ने कहा है कि इस मामले में नरेंद्र...

हरियाणा भाजपा के बागी नेता और कुरुक्षेत्र के सांसद राज कुमार सैनी ने  मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बाद अब सीधे पी.एम. नरेंद्र मोदी पर हमला बोला  है। अब तक खट्टर सरकार पर दलित समाज की अनदेखी के आरोप लगाने वाले सैनी ने कहा है कि इस मामले में नरेंद्र मोदी ने भी निराश ही किया है। सैनी की नाराजगी, नई पार्टी और आगामी रणनीति को लेकर पंजाब केसरी के संवाददाता संजीव शर्मा ने उनसे कुरुक्षेत्र स्थित उनके आवास पर लम्बी बातचीत की है। पेश हैं बातचीत के अंश:

सवाल: कुरुक्षेत्र को महाभारत के लिए जाना जाता है, पर अब यहां चर्चा आपकी बगावत की है। आपने क्यों यह सियासी महाभारत छेड़ रखा है और आखिर इसका नतीजा क्या होगा? 
जवाब:  कुरुक्षेत्र न्याय और अन्याय के बीच फासले का फैसला करता है। मुझे नहीं मालूम था कि संसद में जाकर यह अहसास होगा कि लोकतंत्र कुछ लोगों की कठपुतली बनकर रह गया है। दबंग लोग जो सड़कों पर हल्ला मचाते हैं, दादागिरी करते हैं, सरकार से जो चाहे करवाते हैं, मनमानी करते हैं उन्हीं के खिलाफ  मेरी यह जंग है और मैं यही भूमिका निभाऊंगा। 
सवाल: तो क्या यह भूमिका नई पार्टी के रूप में सामने आएगी? 
जवाब: बिल्कुल। जो भेदभाव 70 साल से हो रहा है उसी को हम खत्म करेंगे। पिछले 2 साल में हरियाणा में जो हुआ वह आज तक नहीं हुआ। बार-बार हिंसा भड़की।  जिस प्रकार के हालात इस समय हैं वैसे बंटवारे के समय में भी नहीं। एक वर्ग विशेष  के आगे खट्टर सरकार नतमस्तक है। 
सवाल: आपने खट्टर सरकार या संगठन के मंच पर यह मसला नहीं उठाया?
जवाब: मनोहर लाल खट्टर भी दबाव में हैं। उनके राज में भी प्रमुख पदों पर जाति  विशेष का कब्जा है। संगठन में 8 जिलाध्यक्ष जाति विशेष से हैं। उन लोगों को 26 टिकटें दी गईं, सिर्फ  6 ही जीते। एक को तो राज्यसभा के जरिए केंद्र में मंत्री बना रखा है।  
सवाल: तो खट्टर सरकार का अब क्या होगा? 
जवाब: हमारा किसी व्यक्ति विशेष से विरोध नहीं है। बैलेंस बनाना होगा, पर सरकार किसी दबाव में है। केस वापस हो रहे हैं, घर फूंकने के भी 15 लाख मिल रहे हैं। झूठे दस्तावेजों के आधार पर जो बीज हुड्डा ने बोए खट्टर उन्हें सींच रहे हैं। दलित और पिछड़े वर्ग की कोई सुध नहीं ले रहा। 2 साल से खट्टर अपनी कुर्सी बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। जनहित का कोई काम नहीं हो रहा।  
सवाल: तो क्या जनता के हितों की लड़ाई सिर्फ  आपकी पार्टी ही लड़ेगी? 
जवाब: देखिए जब भी सत्ता शक्ति का दुरुपयोग होता है तो कोई न कोई व्यक्ति या संस्था उभरती है जो जनता की आवाज बनती है। इस बार यह काम हम करेंगे।  भेदभाव को मिटाएंगे। जब मोदी जी को पी.एम. प्रोजैक्ट किया गया था तब हम बड़े खुश हुए थे। हमने उन्हें भगवान माना। दलित समाज ने उन्हें 40 सांसद दिए लेकिन उन्होंने हमारा दर्द नहीं समझा। हरियाणा को ही लें तो सरकार ने विधानसभा में 5  मिनट में विशेष वर्ग के हित में प्रस्ताव पास कर दिया, किसी ने कुछ नहीं बोला।  
सवाल: आप नई पार्टी बनाएंगे तो मत विभाजन बढ़ेगा। ऐसे में लाभ तो भाजपा को ही मिलेगा? 
जवाब: हम किसी के फायदे-नुक्सान के लिए नहीं लड़ रहे, हम अपने समाज के लिए लड़ रहे हैं। मैं चौटाला, हुड्डा सबसे पूछना चाहता हूं कि क्या मिर्चपुर कांड भूल गए? क्या दुलैना कांड भूल गए? क्या बंगाणा कांड भूल गए? दलितों को उजाडऩे वाला कौन था? समाज इसका जवाब देगा। 
सवाल: इनेलो-बसपा गठबंधन से क्या फर्क पड़ेगा?
जवाब: अभय चौटाला इसे भाई-बहन का पवित्र गठबंधन बता रहे हैं, तो क्या पहले यह गठबंधन पवित्र नहीं था। हर बार भाई को ही लाभ क्यों मिले। मायावती को सी.एम. घोषित करो या किसी दलित को सी.एम. प्रोजैक्ट करो, तब हम भी साथ देंगे।  दलितों को कम से कम 45 सीटें दो तब मानेंगे कि ये दलितों के सच्चे हितैषी हैं। 
सवाल: आपने सुरक्षा की मांग की थी। आप डरते किससे हैं?
जवाब: दादागिरी करने वाले जब सरकार को झुका सकते हैं तो मेरे जैसा एक अकेला क्या कर सकता है। सरकार दबंगों के डर से हरियाणा को जलवा देती है तो मेरी तो औकात ही क्या है। मुझ पर पथराव हुए, केमिकल फैंका गया इसलिए मैंने सुरक्षा मांगी। वे सड़कों पर आकर लड़ते हैं, धमकाते हैं। हमारा कमजोर वर्ग ऐसा नहीं कर सकता। 
सवाल:  पिछली बार आप मोदी लहर के सहारे जीते थे। राज कुमार सैनी ने निजी तौर पर ऐसे क्या काम किए जो लोग पार्टी देखे बिना आपको वोट दें? 
जवाब: मुझे किसी के सहारे की जरूरत नहीं। मेरा समाज मेरे साथ है, मुझे उसी की चिंता है। 
सवाल: खट्टर सरकार ने कुछ तो अच्छे काम किए होंगे या सब गलत ही किया? 
जवाब: एक बात जर हुई है। केंद्र और राज्य दोनों ही जगह भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है। यह बड़ी बात है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता लेकिन बाकी कोई ढंग का काम नहीं हुआ। 
सवाल : क्या कोई चांस है भाजपा में बने रहने का? कुछ मंत्रियों को आपको मनाने के काम में लगाया गया है जो आपको जफ्फियांमारते फिर रहे हैं? 
जवाब : मेरा भाजपा में कइयों से निजी प्यार है लेकिन भाजपा को बैलेंस बनाना  होगा। दलितों के मसले हल करने होंगे। मैंने पहले भी कहा था कि पूरे उत्तर भारत में मैं भाजपा को 2014 जैसा ही समर्थन दिला सकता हूं। 
सवाल : अगर आपको सी.एम. प्रोजैक्ट किया जाए तो? 
जवाब:  मैं सी.एम. की रेस में नहीं हूं। मेरा मुद्दा 100 प्रतिशत आरक्षण है। जातियों को उनकी जनसंख्या के आधार पर आरक्षण दे दो, यही एकमात्र हल है।  
सवाल : नई पार्टी बनाकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे या विधानसभा?
जवाब : दोनों चुनाव। लोकसभा भी और विधानसभा भी। अलग-अलग हुए तो भी और एक साथ हुए तो भी। 

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