Edited By vinod kumar, Updated: 03 Mar, 2021 07:42 PM
पानीपत नगर निगम की लंबे इंतजार के बाद हुई बैठक बेनतीजा रही। इस बैठक में अधिकारी और पार्षद आमने सामने हुए। बैठक मे पार्षदों ने आरोप लगाया कि निगम में अधिकारियों के सहयोग से कर्मचारी भ्रष्टाचार फैला रहे हैं। पार्षदों ने भ्रष्टाचार के सबूत देकर अधिकारी...
पानीपत (सचिन शर्मा): पानीपत नगर निगम की लंबे इंतजार के बाद हुई बैठक बेनतीजा रही। इस बैठक में अधिकारी और पार्षद आमने सामने हुए। बैठक मे पार्षदों ने आरोप लगाया कि निगम में अधिकारियों के सहयोग से कर्मचारी भ्रष्टाचार फैला रहे हैं। पार्षदों ने भ्रष्टाचार के सबूत देकर अधिकारी व दलालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। बैठक में बढ़ते हंगामे के बीच निगम कमिश्नर मीटिंग को छोड़कर चले गए।
बुधवार को नगर निगम की बैठक में 25 पार्षदों ने बुलंद आवाज में भ्रष्टाचार के सबूत लेकर पहुंचे और निगम कमिश्नर को दलालों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। पार्षदों की मांग का निगम में मौजूद शहरी विधायक प्रमोद विज व निगम मेयर अवनीत कौर ने भी समर्थन किया।
पार्षदों ने कहा की लगातार निगम में दलाल सक्रिय हैं। आम आदमी के काम नहीं होते हैं, जबकि रसूखदार देर रात को पैसे के दम पर अपने काम निकलवाते हैं। वहीं मेयर अवनीत कौर ने कहा उन्होंने रोज पार्षदों के साथ खुद दबिश देकर दलालों को काम करवाते पकड़ा था। जिनकी फाइल भी उनके पास है। बैठक में हंगामा इतना बढ़ गया कि शहरी विधायक ने कहा उन्हें शर्मिंदगी महसूस हो रही है। उन्होंने कहा की सदन को चलाने के लिए अनुशासनात्मक कमेटी गठन करने की जरूरत है।
वहीं जब हंगामा बढ़ गया तो नगर निगम कमिश्नर डॉ मनोज यादव मीटिंग छोड़ चले गए, जिस पर शहरी विधायक प्रमोद विज ने आपत्ति जाहिर करते हुए कहा की अधिकारियों को पार्षदों की समस्या सुननी। उधर, निगम कमिश्नर डॉ मनोज यादव ने आरोप लगाए की पार्षदों ने मीटिंग की गरिमा को बनाए नहीं रखा। उनके ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं, जिससे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर वह कानूनी कार्यवाही के लिए भी पुलिस को लिखेंगे।
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