Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 08 May, 2018 02:12 PM
रेवाड़ी पुलिस एक बार फिर उस वक्त सवालों के घेरे में आ खड़ी हुई, जब एक सरपंच पर फायरिंग के मामले में गिरफ्तार कैदी रात करीब 2 बजे लॉकअप से फरार हो गया। कैदी ने पेट दर्द बताकर लॉकअप खुलवाया अौर पुलिस को चकमा देकर भाग गया। इस घटना के बाद पुलिस महकमें...
रेवाड़ी(मोहिंदर भारती): रेवाड़ी पुलिस एक बार फिर उस वक्त सवालों के घेरे में आ खड़ी हुई, जब एक सरपंच पर फायरिंग के मामले में गिरफ्तार कैदी रात करीब 2 बजे लॉकअप से फरार हो गया। कैदी ने पेट दर्द बताकर लॉकअप खुलवाया अौर पुलिस को चकमा देकर भाग गया। इस घटना के बाद पुलिस महकमें में हडक़ंप मच गया लेकिन अभी तक पुलिस आरोपी को पकड़ने में नाकाम रही है। इस घटना के बाद आला अधिकारियों ने थाने के मुंशी व होमगार्ड के एक जवान के खिलाफ लापरवाही के आरोप में केस दर्ज कर आरोपी की धरपकड़ शुरू कर दी है।
हरिनगर गांव के सरपंच पर वर्ष 2016 में हुई फयरिंग के मामले में आरोपी संजय मैंदीरत्ता को रामपुरा थाना पुलिस ने बीते दिन गिरफ्तार किया था। जिसे आज अदालत में पेश किया जाना था लेकिन रामपुरा थाने में लॉकअप न होने के कारण उसे सिटी थाने की हवालात में रखा गया था। जहां पुलिस की लापरवाही के चलते आरोपी रात करीब 2 बजे हवालात से फरार हो गया।
पीड़ित सरपंच का आरोप है कि उसका आरोपी के साथ 10 साल पहले प्रॉपर्टी को लेकर कोई विवाद हुआ था, जिसके चलते वर्ष 2016 में रंजिशन उस पर फायरिंग की वारदात हुई और उसकी पीठ में गोली लगी थी। जोकि आज तक पीठ से नहीं निकली है। इस वारदात में आरोपी व एक अन्य दीपक सोनी का शामिल होना पाया गया था। इस घटना के बाद पीड़ित सरपंच भय के साए में है। उसने भी पुलिस विभाग से अपनी सुरक्षा की मांग की है।
पीड़िता का आरोप है कि आरोपी को पुलिस विभाग के ही कुछ कर्मचारियों का संरक्षण प्राप्त है, जोकि पुलिस महकमे में दलाली का काम भी करते हैं। अब भी उसे अंदेशा है कि पुलिस की मिलीभगत के चलते वह लॉकअप से फरार हुआ है।