Edited By Punjab Kesari, Updated: 14 Nov, 2017 10:42 PM
पुलिस व बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने मोस्ट वांटेड अपराधी काना को गिरफ्तार किया। करीब एक घंटे तक चली इस मुठभेड में दोनों तरफ से जमकर गोलियां चली। मुठभेड़ के दौरान काना की नंदू गैंग के आठ सदस्यों को भी काबू...
झज्जर (प्रवीण धनखड़): पुलिस व बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने मोस्ट वांटेड अपराधी काना को गिरफ्तार किया। करीब एक घंटे तक चली इस मुठभेड में दोनों तरफ से जमकर गोलियां चली। मुठभेड़ के दौरान काना की नंदू गैंग के आठ सदस्यों को भी काबू किया गया है। पुलिस के अनुसार, नंदू गैंग ने हरियाण के कई हिस्सों में अपना आंतक मचा रखा था। पुलिस अधीक्षक बी सतीश बालान ने इस मुठभेड़ की कार्रवाई को मीडिया के सामने रखा।
मंजीत गैंग पर करने वाले थे हमला
पुलिस ने बताया कि, विनोद उर्फ काना हरियाणा पुलिस का मोस्टवांटेड है। जिसके सिर पर 12 लाख का इनाम भी रखा गया है। काना पर 14 हत्या के मामले दर्ज है। इसके अलावा बाकी अन्य बदमाशों पर भी हत्या व लूट के के कई मामले दर्ज हैं। ये बदमाश दिल्ली एनसीआर में पूरी तरह सक्रिय था। ये गैंग दूसरे मंजीत गैंग में शामिल प्रदीप सोलंकी की हत्या करने की फिराक में थे। पुलिस ने समय पर एक्शन लेते हुए इनके मनसूबों पर पानी फेर दिया।
भिंडावास झील के पास हो रही थी प्लानिंग
पुलिस को सूचना मिली थी कि ये गिरोह झज्ज्जर के भिडांवास झील के पास किसी की हत्या की प्लांनिग कर रहा है। तुरंत प्रभाव से एसएसपी झजर सतीश बालन ने झज्जर की सीआईए टीम को जिम्मेवारी सौंपी। टीम ने गिरोह के सदस्यों को सिविल ड्रेस में पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन गिरोह के सदस्यों ने पुलिस की गाड़ी में मारकर भागने की कोशिश की। पीछा करने पर गिरोह ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जिस पर पुलिस ने जवाबी फायर करते हुए गिरोह के सभी सदस्यों को काबू किया।