कार्यभार सम्भालते ही रेणु भाटिया एक्शन मोड़ में, DGP, ADGP व CID चीफ से महत्वपूर्ण बैठक(VIDEO)

Edited By Isha, Updated: 20 Jan, 2022 08:50 PM

हरियाणा महिला आयोग की नवनियुक्त चेयर पर्सन रेनू भाटिया जल्द ही आयोग के सिस्टम को सुधारने के लिए कुछ बदलाव करने के लिए प्रयासरत हैं। हरियाणा महिला आयोग का कार्यभार सम्भालते ही रेणु भाटिया एक्शन मोड़ में आ गई हैं।महिला सुरक्षा को लेकर भाटिया ने की...

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): हरियाणा महिला आयोग की नवनियुक्त चेयर पर्सन रेनू भाटिया जल्द ही आयोग के सिस्टम को सुधारने के लिए कुछ बदलाव करने के लिए प्रयासरत हैं। हरियाणा महिला आयोग का कार्यभार सम्भालते ही रेणु भाटिया एक्शन मोड़ में आ गई हैं।महिला सुरक्षा को लेकर भाटिया ने की डीजीपी,ए डी जी पी व सी आई डी चीफ से  महत्वपूर्ण बैठक की, जिसे लेकर उन्होंने प्रदेश के डीजीपी और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अरविंदर सिंह चावला से भी मुलाकात की है। नई पारी की शुरुआत पर पंजाब केसरी ने उनसे एक्सक्लूसिव बातचीत की। जिसमें उन्होंने कहा कि महिलाओं को किसी भी स्तर पर कमजोर ना होने देना उनकी प्राथमिकता रहेगी। आमतौर पर किसी महिला के साथ हुए हादसे के बाद वह अपने आप को मजबूर और लाचार समझने लगती है अकेला महसूस करने लगती है। ऐसे समय में महिलाओं को मोटिवेट करके- हौसला देखकर आत्मविश्वास भरने का काम किया जाएगा। भाटिया ने कहा कि पिछले तीन-चार सालों से लगातार वह स्कूल कॉलेजों में जाकर एक एजुकेशनल टॉक दी ताकि पढ़े-लिखे बच्चे अपने अधिकारों को समझें और उनमें समस्याओं के साथ लड़ने की क्षमता बढ़े। क्योंकि किसी चीज की नॉलेज ना होने के कारण महिलाएं काफी हद तक दूसरे पर निर्भर रहती हैं।

जब महिला को नहीं पता कि अपनी समस्याओं को कैसे और किसे सुनाना है तब महिला लाचार हो जाती है। भाटिया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार बनने के 1 साल बाद महिला थानों की शुरुआत एक बेहतरीन फैसला था जिसके बाद महिलाएं इन थानों में जाकर खुले दिल से महिला पुलिस के सामने अपने दिल की बात कह सकती है। भाटिया ने कहा कि हम कुछ लापरवाह अधिकारियों पर सख्ती भी कर रहे हैं। जिस बारे प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से महिला आयोग का साथ देने तथा पुलिस को मुस्तैद करने की प्रार्थना की गई है।साथ ही प्रदेश के वरिष्ठ आईपीएस एएस चावला जिन्होंने  प्रदेश जिन्होंने प्रदेश में करीब 375 महिला हेल्पलाइन वन निकाली और 112-1091 को मर्ज करने का काम किया। उनसे भी हमने बाजारों के आसपास शॉपिंग के पीक टाइम 4 से 5 बजे तक इन वैन्स को खड़ा करने की अपील भी की है ताकि छेड़खानी की घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों को मौके पर ही पकड़ा जा सकें। यानि हम बेटियों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रयासरत रहेंगे।

दरअसल रेनू भाटिया लंबे समय तक कमीशन की सदस्य रहते हुए अच्छी परफॉर्मेंस दे चुकी हैं और इनका पारिवारिक शिकायतों पर दोनों पक्षों को सामने बिठा कर -समझा कर संतुष्ट करने का प्रयास रहा है। अब उन्होंने ऐसी शिकायतों पर और अधिक ऐसे प्रयास करने की बात कही है। साथ ही उन्होंने कहा है कि जल्द ही प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ बैठक कर बड़े और हाईटेक पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से लैस कार्यालय की मांग की बात कही है। जिससे ऐसी सुविधा बन सके कि किसी भी थाना में किसी महिला द्वारा दी गई दरखास्त तुरंत आयोग तक भी पहुंच जाए ताकि संबंधित केस के बारे में पुलिस और पीड़ित दोनों से जानकारी ली जा सके। साथ ही लंबे समय से आयोग की साइट को अपडेट करके रनिंग में लाने के भी बात भाटिया ने कही है। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी सहमति जताई है कि कुछ महिलाएं कानूनों का दुरुपयोग करने का प्रयास भी करती हैं। लेकिन बेटियों की सुरक्षा के साथ-साथ आयोग का यह भी प्रयास रहेगा कि किसी बेटे के साथ भी गलत ना हो, इसलिए नेगेटिव विचार को पोस्टिंग विचारों में बदलने का प्रयास करेंगे।

नवनियुक्त चेयर पर्सन भाटिया ने अपनी कुछ यादों को साझा करते हुए बताया कि वह कश्मीर के एक आर्थिक रूप से बेहद संपन्न परिवार की बेटी हैं और वक्त फिल्म में शूटिंग के दौरान सुनील दत्त ने उनके पिता की कार चलाई थी और उस फिल्म को देखने के लिए पूरा परिवार रात के 9 से 12 के शो को देखने के लिए गए। लेकिन वापस लौटने पर जब परिवार सोया तो एक हादसे में माता-पिता और भाई-बहन का देहांत हो गया। पिता के बड़े भाई के पास रहकर दसवीं की शिक्षा प्राप्त की और फिर शादी के बाद पति ने ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की शिक्षा प्राप्त करने में पूरी सपोर्ट की।  भाटिया ने कहा कि आज इस पद पर पहुंचने का पूरा श्रेय उनकी इच्छाशक्ति पर निर्भर करता है। इस तजुर्बे के आधार पर वह सभी बेटियों को मजबूत बनाने का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बेटियों को पुरुषों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। राजनीति में भी अपना अधिकार बेहद मजबूती से लेना चाहिए और अगर आत्मविश्वास से लबरेज कोई महिला है तो उसके अधिकारों का शोषण नहीं हो सकता। शिक्षा से लेकर राजनीतिक और आयोग की चेयर पर्सन तक का सफर अपनी इच्छा शक्ति और मजबूत दृढ़ संकल्प के कारण उन्होंने प्राप्त किया है बेशक परिवार और पति का भी पर्दे के पीछे उनकी सपोर्ट पूरी मिली हो। इस मौके पर भाटिया ने मंगल सेन को आदर्श बताते हुए कहा है कि पहली बार फरीदाबाद में कुंदन लाल भाटिया के चुनाव में स्व0 डॉक्टर मंगल सेन को देखा और पति के बिजनेस में हाथ बेहद लगन से बंटाते  हुए अगले दिन तक 10 हजार झंडे छापने की लगन को देखते हुए उन्होंने पहली बार भारतीय जनता पार्टी की दिलवाई थी।


 

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