Edited By Isha, Updated: 12 Nov, 2020 12:51 PM
घपले घोटाले और धांधली पानीपत की तहसील कार्यालय का हिस्सा रहे हैं और लंबे समय से विवादों में रहने वाले तहसील कार्यालय का एक और कारनामा सामने आया है जिसमें थाना चांदनी बाग क्षेत्र में शहर की पूर्व विधायिका के पति पर फर्जी तरीके से रजिस्ट्री
पानीपत(सचिन): हरियाणा में जमीन की रजिस्ट्रीओ का खेल कैसे चलता है उसका एक उदाहरण पानीपत में देखने को मिला। जहां विवादित 1700 गज भूमि पर कब्जा करने का आरोप पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी के पति सुरेंद्र रेवड़ी के साथ-साथ कई अन्य लोगों पर लगा है, जहां 17 सौ गज विवादित भूमि पर कई लोगों की रजिस्ट्रीया रिकॉर्ड में देखने को मिल रही है। जहां दोनों ही पक्ष जमीन पर अपना दावा कर रहे हैं इसी को लेकर आज एक पक्ष मीडिया के सामने आया और अपना दुखड़ा रोया।
उन्होंने बताया कि 20 साल पहले उन्होंने यह जमीन ली थी जिसकी 20 साल पहले की उनके पास 5 रजिस्ट्री मौजूद हैं लेकिन जैसे ही जमीन पर वह कुछ काम करने या कुछ निर्माण करने के लिए जाते हैं तो वहां पर पुलिस प्रशासन के साथ-साथ सुरेंद्र रेवड़ी और उसके लोग उन्हें धमकाने पहुंच जाते हैं। पीड़ित पक्ष के मुताबिक आलम ऐसा हो चुका है कि उनका न तो कोई साथ दे रहा है और अब वह मजबूरन धरना देने और आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं, वहीं पीड़ित पक्ष ने पूर्व विधायिका रोहिता रेवड़ी के पति सुरेंद्र रेवड़ी का पुलिस पर दबाव होने का आरोप लगाया जिसके चलते पुलिस उन पर दबाव बनाती है और कब्जा नहीं करने देती है।
वहीं जब इस बारे में डीएसपी सतीश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह सिविल मामला है जिसमें पुलिस का कोई लेना देना नहीं है वहीं अगर कुछ कार्रवाई पुलिस की बनती है तो उसकी जांच पड़ताल के बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी साथ ही एक एसएचओ पर भी आरोप लगने पर डीएसपी ने कहा कि अगर किसी एसएचओ द्वारा गलत तरीके से किसी पर दबाव या कार्रवाई की जा रही होगी तो उसकी जांच के बाद कार्रवाई की जा सकेगी।
बरहाल मामला जांच पड़ताल के बाद ही खुलासा हो पाएगा कि जमीन किसके नाम है और जमीन किसकी है लेकिन एक ही जमीन कई लोगों के नाम होना बहुत बड़े सवाल खड़ा करता है। आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले हरियाणा में रजिस्ट्रीओं में गड़बड़ झाले को लेकर खूब सुर्खियां बनी थी और कई अधिकारी सस्पेंड भी किए गए थे जिसके चलते लगातार अब फर्जी रजिस्ट्री के मामले सामने आ रहे हैं।