Edited By Updated: 26 Mar, 2017 08:48 AM
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया चेयरमैन रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सतलुज-यमुना लिंक नहर के संदर्भ में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान को हास्यास्पद बताया
सिरसा (संजय अरोड़ा):अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया चेयरमैन रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सतलुज-यमुना लिंक नहर के संदर्भ में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान को हास्यास्पद बताया, जिसमें उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के महाधिवक्ता से राय लेने का जिक्र किया था। आज जारी एक बयान में सुरजेवाला ने कहा कि पिछले वर्ष 10 नवम्बर को सुप्रीम कोर्ट की 5 सदस्यीय खंडपीठ ने इस मामले की सुनवाई करते हुए हरियाणा के हक में पानी देने का ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। ऐसे में केंद्र सरकार के पाले में गेंद है। जब देश की सर्वोच्च न्यायिक व्यवस्था से फैसला हरियाणा के हक में आ गया है तो ऐसे में महाधिवक्ता से राय लेने का कोई औचित्य ही नहीं बनता है। केंद्र सरकार के रुख से यह जाहिर होता है कि सरकार इस मसले को लेकर गंभीर नहीं है और लोगों को भ्रम में डाल रही है। केंद्रीय मंत्री ने इस तरह के बयान देकर उनसे मिलने गए हरियाणा के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के साथ-साथ प्रदेश की जनता को भी गुमराह करने का काम किया है।
रणदीप ने कहा कि कानूनी रूप से लड़ाई हरियाणा ने जीत ली है। ऐसे में केंद्र सरकार को बैठकों और रायशुमारी में वक्त जाया करने की बजाय जल्द से जल्द नहर का निर्माण शुरू करवाना चाहिए। सुरजेवाला ने यह भी जोड़ा कि राज्य के लिए जीवन रेखा मानी जाने वाली सतलुज-यमुना लिंक नहर पर कांग्रेस शुरू से ही गंभीर रही है। 24 मार्च 1976 को सबसे पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने हरियाणा को उसके पानी का अधिकार दिलाने के लिए इंदिरा गांधी अवार्ड का फैसला लिया था। इस मसले पर इनैलो व भाजपा कभी भी गंभीर नहीं दिखे। सुरजेवाला ने राज्य की कानून व्यवस्था पर भी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति दयनीय है। सरकार अपराधों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है।