Edited By Rakhi Yadav, Updated: 09 Jun, 2018 09:28 AM
एक तरफ केंद्र सरकार के 4 साल पूरे होने पर प्रदेश में विशेष संपर्क अभियान के माध्यम से आमजन को भाजपा की विचारधारा से जोड़ा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सत्ता में बदलाव के असर को महसूस करवाने के लिए जेठ की ....
चंडीगढ़(बंसल): एक तरफ केंद्र सरकार के 4 साल पूरे होने पर प्रदेश में विशेष संपर्क अभियान के माध्यम से आमजन को भाजपा की विचारधारा से जोड़ा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सत्ता में बदलाव के असर को महसूस करवाने के लिए जेठ की गर्मी में शहरों के बाद गांवों में रफ्तार पकड़ चुके हैं। महाग्राम योजना के तहत कैथल जिला और पूंडरी विधानसभा के बड़े गांवों से एक नई शुरूआत, मुख्यमंत्री से सीधी बात के माध्यम से आगाज करते हुए जनसंवाद किया।
पर्दे के पीछे संघ की भूमिका में दशकों बिताने के बाद हरियाणा में भाजपा सरकार को दिशा दे रहे मुख्यमंत्री अब कुशल राजनीतिज्ञ की भांति प्रभावी जनसंवाद के माध्यम अपना रहे हैं। हरियाणा गठन के बाद से निजी राजनीतिक उत्थान के चलते विकास और सामाजिक भेदभाव का सामना कर रहे प्रदेश में भेदभाव की परंपरा को तोड़ते हुए मुख्यमंत्री के कनैक्ट टू पीपल कैंपेन सत्ता-जनता के मध्य मजबूत कड़ी साबित हो रहे हैं।
सरकार बनते ही जिला विशेष पर केंद्रित होने वाली सरकारों और नेताओं के कामकाज में विरोधाभास को दरकिनार करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कैथल जिला के साथ-साथ पूंडरी विधानसभा के बड़े गांव पाई, कौल, ढांड, हाबड़ी में एक नई शुरूआत, मुख्यमंत्री के साथ का आगाज किया।
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के क्षेत्रीय केंद्र तथा पूर्व में विधायक, मंत्री, स्पीकर की भूमिका में रह चुके ईश्वर सिंह के गांव कौल से इस अभियान का आगाज किया गया। भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक गुर्जर के गांव ढांड में बी.डी.पी.ओ. कार्यालय मंजूर कर आज शिलान्यास करते हुए जनसंवाद स्थापित किया गया।
मुख्यमंत्री ने जिला के सबसे बड़े गांव पाई में 25 करोड़ रुपए से सीवरेज, पेयजलापूर्ति व्यवस्था को मजबूत करने का शिलान्यास करते यह साबित किया कि कोई गांव, कोई शहर उनके लिए पराया नहीं है। हाबड़ी गांव में भी जनप्रतिनिधियों से संवाद करते मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विकास कार्यों में तेजी से लेकर भ्रष्ट तंत्र की व्यवस्था पर चोट के बहाने विरोधियों को घेरा। इन चारों बड़े गांवों में विधानसभा स्तर की जनसभाएं करने के दौरान लोगों के जुड़ाव से आनंदित मुख्यमंत्री ने 100 करोड़ रुपए की घोषणाएं भी कीं।
यही नहीं, पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने इस प्रकार गांवों का रुख किया और एक घंटे पहले तक पंच, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, चेयरमैन, जिला पार्षदों के साथ वन टू वन संवाद किया और उसके बाद कामयाब सभाओं को बड़ी सौगातें दीं। मुख्यमंत्री का बेसब्री से इंतजार करते लोग और इसके बाद उनके साथ मन की बात करते मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विकास में भेदभाव को नकारा और जनसंपर्क से दूरी के विपक्षी सवालों का करारा जवाब दिया।
मैरिट पर नौकरी, तबादला नीति ऑनलाइन से लेकर ग्रामीणों से बिजली के बिल भरने के आह्वान का मुख्यमंत्री मनोहर लाल का निराला अंदाज देखने को मिला। चुनावी मोड में काम कर रहे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ठेठ हरियाणवी अंदाज में अपने जनता के प्रति दृढ़ संकल्प को मंझे हुए राजनीतिक खिलाड़ी की तरह दिखाया। शहरों में रोड शो के बाद अब महाग्राम योजना में मुख्यमंत्री ने लगातार दूसरी बार गांवों में लोगों को करोड़ों रुपए के विकास कार्यों की सौगात देते हुए आमजन को महसूस करवाया कि सालों राजनीतिक दलों के पीछे अंधे होकर लगे रहे और विकास कार्यों का पिटारा आज भाजपा सरकार में खुल रहा है।