Edited By Shivam, Updated: 13 Jul, 2018 07:02 PM
रोहतक जिले के महम चैबीसी के गांव फरमाणा बादशाहपुर में प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र पर ग्लूकोज की बोतल लगने की बजाए यहां शराबी शराब की बोतलें चढ़ाते हैं। यहां मरीजों का इलाज नहीं बल्कि शादियां होती हैं और शराबी लोग शराब गटकते हैं। वहीं जब इस संबंध में...
रोहतक(दीपक भारद्वाज): रोहतक जिले के महम चैबीसी के गांव फरमाणा बादशाहपुर में प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र पर ग्लूकोज की बोतल लगने की बजाए यहां शराबी शराब की बोतलें चढ़ाते हैं। यहां मरीजों का इलाज नहीं बल्कि शादियां होती हैं और शराबी लोग शराब गटकते हैं। वहीं जब इस संबंध में यहां के डॉक्टरों से बातचीत की कोशिश की जाती है वे बदतमीजी पर उतर आते हैं।
दरअसल, पिछली कांग्रेस सरकार में 2014 में पीएचसी बनकर तैयार हो गई थी। जिस पर करोड़ों रूपये खर्च किए गए। लेकिन पिछले चार साल से स्वास्थ्य केन्द्र डॉक्टरों सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की बाट जोह रहा है। केन्द्र केवल एक लैब एटैंडैंट के सहारे चल रहा है। जबकि केन्द्र में सभी प्रकार की सुविधाएं दी गई हैं। परंतु डॉक्टर व स्टाफ नर्स कभी यहां आए ही नहीं।
जब पीएचसी फरमाणा का दौरा किया गया तो वहां नजारा क़लग ही था। सरकारी अस्पताल परिसर में टैंट लगाया गया और पूरी तरह से पीएचसी परिसर को शराब का अड्डा बना मिला। यहां काफी संख्या में शराब की बोतलें पड़ी मिली। कार्यक्रम के बाद परिसर की सफाई तक नहीं करवाई गई। ग्रामीणों ने बताया कि यह केवल दिखावे के लिए भवन खड़ा किया गया जहां करोड़ों रूपये बर्बाद किए गए हैं। सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं है।
इस बारे जब महम सामान्य अस्पताल के एसएमओ से बात करने के लिए पंहुचे तो वहां डॉ. अन्नू अपनी सीट पर बैठी थी। जब मीडिया कर्मियों ने उनसे बात करनी चाही तो वहंा बीच में एक और सख्श आ टपका जिसका नाम डॉ. हुड्डा बताया जा रहा है। उसने मीडिया कर्मियों को कहा कि बिना परमिशन के अंदर क्यों आए। पहले परमिशन लेनी चाहिए थी। डॉ.हुड्डा ने मीडिया कर्मियों के साथ काफी बदसलुकी की। बता दें कि डॉ.अन्नू एमबीबीएस फरमाणा पीएचसी में नियुक्त हैं लेकिन ड्यूटी फरमाणा की बजाय महम करती हैं।