Edited By Shivam, Updated: 13 Oct, 2018 04:06 PM
हरियाणा में 22 साल बाद होने वाले छात्र संघ चुनावों को लेकर सरकार और छात्र संगठन में तनातनी की स्थिति बनी हुई है। जहां, भाजपा सरकार ने चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से करवाने का फैसला कर चुकी है, वहीं एबीवीपी को छोड़कर...
चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा में 22 साल बाद होने वाले छात्र संघ चुनावों को लेकर सरकार और छात्र संगठन में तनातनी की स्थिति बनी हुई है। जहां, भाजपा सरकार ने चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से करवाने का फैसला कर चुकी है, वहीं एबीवीपी को छोड़कर सभी छात्र संगठन प्रत्यक्ष चुनाव को लेकर सरकार का विरोध कर रहे हैं। छात्र संगठनों ने मिलकर प्रत्यक्ष चुनाव छात्र संघर्ष समिति का निर्माण किया है, जिसमें इनसो, एनएसयूआई, एसएफआई, एआईएसएफ के कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं।
समिति ने आज एक प्रेस कांफ्रेस रखी जिसमें छात्रनेता शाहनवाज और बुद्धिराजा सहित अन्य छात्रनेता बोले। छात्र संगठनों ने सरकार पर आरोप लगाए कि ये फर्जी चुनाव करवाए जा रहे हैं। शाहनवाज ने कहा कि छात्र संघों के चुनावों को लेकर सभी संगठन सक्रिय थे। नामांकन के दिन पुलिस प्रशासन ने लाठीचार्ज किया। उन्होंने कहा कि अगले 3 दिनों में भी विरोध होगा सभी छात्रों से अपील की वह नामांकन वापिस लें, सब का सहयोग जरूरी है। वहीं दिव्यांशु बुद्धिराजा ने कहा कि भगवे(एबीवीपी) को छोड़ कर सभी छात्र संगठन प्रत्यक्ष चुनाव चाहते हैं। दिव्यांशु ने एमडीयू में लाठीचार्ज को शर्मनाक बताया।