Edited By Deepak Paul, Updated: 05 Jan, 2019 10:49 AM
शहरी क्षेत्रों में कचरा निस्तारण के लिए कलस्टर आधार पर कचरा से बिजली, गैस और खाद उत्पादन के लिए प्लांट लगाने की रणनीति पर काम कर रही प्रदेश सरकार अब पालिकाओं में कचरा उत्पादक संस्थानों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। 100 किलोग्राम से अधिक कचरा...
चंडीगढ़(बंसल): शहरी क्षेत्रों में कचरा निस्तारण के लिए कलस्टर आधार पर कचरा से बिजली, गैस और खाद उत्पादन के लिए प्लांट लगाने की रणनीति पर काम कर रही प्रदेश सरकार अब पालिकाओं में कचरा उत्पादक संस्थानों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। 100 किलोग्राम से अधिक कचरा उत्पादक गु्रप हाऊसिंग सोसायटी, संस्थान, होटल, बैंक्वे ट हॉल से लेकर नगर पालिकाओं में कचरा से खाद बनाने के लिए मशीनें लगाई जाएंगी, ताकि अधिक से अधिक कचरा का पाबंद समय पर निस्तारण हो सके।
इसी प्रकार लाइन लॉस कम करने के लिए स्ट्रीट लाइट्स की वायरिंग करते हुए मीटर लगाए जाएंगे, ताकि जरूरत न होने पर लाइटों को बंद कर बिजली बचाई जा सके। हरियाणा सिविल सचिवालय परिसर स्थित अपने कार्यालय में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने आला विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक में यह दिशा-निर्देश जारी किए। कविता जैन ने कहा कि पालिकाओं में स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 का आगाज हो चुका है।
इस सर्वेक्षण में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए कचरा निस्तारण के लिए हर स्तर पर बेहतर कदम उठाने होंगे। उन्होंने एकीकृत ठोस कचरा प्रबंधन के लिए चल रही प्रक्रिया की समीक्षा की। उन्होंने शहरों में विशेषकर बाजार, मार्कीट तथा सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय निर्माण करवाने पर भी जोर दिया।