Edited By Isha, Updated: 16 Nov, 2020 01:25 PM
हरियाणा का बरौदा उपचुनाव एक ओर जंहा मौजूदा सरकार यानि भारतीय जनता पार्टी और ज.ज.पा के लिए साख का सवाल बना था वहीं पूर्व मुख्यमन्त्री एवम् विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुडा के लिए यह सीट जीतनी काफी अहम मानी जा रही थी। क्योंकि यह सीट भूपेन्द्र
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा का बरौदा उपचुनाव एक ओर जंहा मौजूदा सरकार यानि भारतीय जनता पार्टी और ज.ज.पा के लिए साख का सवाल बना था वहीं पूर्व मुख्यमन्त्री एवम् विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुडा के लिए यह सीट जीतनी काफी अहम मानी जा रही थी। क्योंकि यह सीट भूपेन्द्र सिंह हुडा के गांव सांघी के साथ लगती सीट है और यह उनका गढ भी मानी जाती है। अगर यह सीट भी काग्रेंस के हाथ से निकल जाती तो उनकी आगामी राजनीति पर इसका खासा प्रभाव पड सकता था। लेकिन ऐसा हुआ नही। काग्रेंसी उम्मीदवार इंदुराज नरवाल ने इस सीट पर गठबन्धन उम्मीदवार को शिकस्त दी है। पंजाब केसरी ने हुडा से खास मुलाकात की। जिसके कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत हैंः-
प्रशनः- चर्चा के बाद वोटिंग के लिए सदन में 184 के तहत प्रस्ताव को मंजूर कर भी लिया था। फिर कांग्रेस चर्चा से क्यों भागी ?
उत्तरः- जब कोई भी प्रस्ताव आता है तो उसमें संशोधन दिया जाता है। स्पीकर को चाहिए था कि या तो प्रस्ताव पर वोटिंग करवाएं या फिर संशोधन पर। जब तक संशोधित प्रस्ताव का अंश नहीं बनेगा तो उस पर डिस्कशन कैसे होगी। हम अपने अधिकार पर थे। लेकिन हमारी बात नहीं सुनी गई।
प्रशनः- कृषि कानूनों को लेकर आने वाले समय में कांग्रेस का क्या स्टैंड रहेगा ?
उत्तरः- हमारे स्टैंड क्लियर है। किसान के हित में खड़े हैं। चैथा कानून लेकर आंए कि एम.एस.पी. से कम खरीद पर सजा का प्रावधान होगा।
प्रशनः- प्राइवेट सेक्टर में हरियाणा के युवांओं को 75 प्रतिशत रोजगार और पंचायतों में 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी। इन दोनों बिलों को किस नजर से देखते हैं ?
उत्तरः- प्राइवेट सेक्टर में 75 प्रतिशत हरियाणा के युवाओं को रोजगार तो हमने पहले से ही कर रखा था। कोई नई बात नहीं है। जो यह और जोड़ा गया है इसमें उद्योगपतियों को अधिकार दे दिया है कि जिस जिले में रोजगार लगाएंगे 10 प्रतिशत सीलिंग हो जाएगी यह गलत है। इससे इन्वेस्टमेंट नहीं आएगी। विकास नहीं होगा।
प्रशनः- पंजाब एक्ट को हरियाणा एक्ट बनाने की तैयारी हरियाणा विधानसभा स्पीकर ने की है। आपका क्या कहना है ?
उत्तरः- विधानसभा में कमेटी बनेगी। स्पीकर ने कह दिया था। कमेटी बैठकर इस पर चर्चा करेगी।
प्रशनः- सोनीपत-पानीपत में जहरीली शराब से मौतें हुई हैं। इस बारे में क्या कहेगें ?
उत्तरः- दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है। बहुत से लोगों ने जान गवाई। जिस समय शराब घोटाला हुआ अगर तभी सी.बी.आई. जांच करवा ली जाती तो ऐसा नहीं होता। अभी हमारी सी.बी.आई. या फिर सेटिंग जज की जांच की मांग है। ताकि आगे ऐसा ना हो।
प्रशनः- अवैध शराब व्यापक रूप से राज्य में बंट चुकी है। क्या आपको ऐसा लगता है ?
उत्तरः- जब इतने लोगों की जान चली गई तो अभी क्या कुछ सोचने को रह गया है। कानून व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है और सरकार का रवैया ऐसा है कि 53 हजार फीस को बढाकर 10 लाख कर दिया गया। गरीब का बच्चा अब डॉक्टर कभी नहीं बन पाएगा।
प्रशनः- बढी फीस को लेकर क्या स्टैंड रहेगा ?
उत्तरः- कांग्रेस ने जो फैसला लेना है वह तो कांग्रेसी लेगी। लेकिन सरकार को तुरंत फीस वापस लेनी चाहिए।
प्रशनः- बरौदा उपचुनाव की जीत को लेकर आपका क्या नजरिया है ?
उतरः- बुराई पर हमेशा अच्छाई जीतती आई है। भारतीय जनता पार्टी की नीतियंा जनता को पसन्द नही हैं। तीन कृषि कानून किसान के लिए घातक सिद्ध होगें। कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। जनता इनकी सोच को समझ चुकी है। यह कहते कुछ हैं और करते कुछ ओर हैं। जनता समझ गई है कि काग्रेंस पार्टी आम आदमी की पार्टी है। यह नतीजा बडा राजनीतिक उल्टफेर करने वाला साबित होगा।