Edited By Isha, Updated: 28 Dec, 2019 01:40 PM
हरियाणा में इस वक्त नशा खासकर चिट्टा सियासत के लिहाज से इस कदर हॉट मुद्दा बन चुका है कि सरकार और विपक्ष दोनों आमने-सामने की स्थिति में हैं। सरकार जहां इसके खात्मे को लेकर .........
डेस्क : हरियाणा के गृह मंत्री शुक्रवार को सिरसा में कष्ट निवारण समिति की बैठक लेने पहुंचे। इस दौरान ऐलनाबाद से विधायक अभय चौटाला भी पहुंचे हुए थे। अभय आम जनता के बीच बैठे हुए थे। तभी अनिल विज बैठक में पहुंचे। वे अपनी सीट पर जाकर बैठ गए। तभी उनकी नजर अभय चौटाला पर पड़ी, तो उन्होंने अभय चौटाला को कहकर मंच पर बुलाया और बैठक का हिस्सा बनने के लिए कहा।
इस बैठक के दौरान अभय चौटाला ने विज को कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में कोई ऐसा गांव नहीं है, जहां 5 बजे के बाद कोई ऐसा लिंक रोड नहीं है, जिसके ऊपर नशा बेचने वाले लोग, गाड़ियों व मोटरसाइकिल पर खड़े होते हैं। पुलिस उन लोगों को पकड़ने की बजाए, देरी से पहुंचती है। तब तक आरोपी भाग जाते हैं, फिर पुलिस शिकायतकर्ता को कहती है कि तुम हमारा टाइम खराब कर रहे हो। विज ने अभय की शिकायत पर कहा कि आपने मुझे नशे पर पत्र लिखा था, मैंने उसी वक्त डीजीपी को शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए कहा है। अभय चौटाला द्वारा रखे गए अन्य मामलों पर विज ने कहा कि इन पर मैं अगली बैठक में डीसी व एसपी से एक्शन टेकिंग रिपोर्ट लूंगा।
विज ने काम न करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इसके अलावा एस.टी.एफ. का भी गठन किया है। मगर इन सबके बीच जहां सत्ताधारी दल से जुड़े नेता नशे को समाप्त करने को लेकर प्रयासरत दिखाई देते हैं तो वहीं इनैलो नेता एवं ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला भी नशे को सरकार के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा बनाते हुए सरकार को घेरने का लगातार प्रयास कर रहे हैं, जिससे अब नशा सत्ता व विपक्ष के बीच बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनता नजर आ रहा है।
एक विधायक का ये भी है प्रयास
बेशक नशे के खात्मे को लेकर राजनीति गर्माई हुई है और हर कोई अपना- अपना पक्ष रखता नजर भी आ रहा है। सरकार जहां खुद के प्रयासों को जमीनी बनाने की बात कह रही है तो वहीं विपक्ष इन प्रयासों को नाकाफी ठहरा रहा है लेकिन इन सब वाद-विवाद के बीच डबवाली से कांग्रेस के विधायक अमित सिहाग भी नशे को लेकर अपने तरीके से लड़ाई लड़ रहे हैं। विधायक अमित सिहाग भी यही चाहते हैं कि नशा पूर्णतया खत्म होना चाहिए और अपनी इसी सोच को सार्थक बनाने के लिए उन्होंने एक मुहिम का आगाज किया है। अपने पिता डा. के.वी सिंह के जन्मदिवस पर नशे के खिलाफ दौड़ का आयोजन कर अमित सिहाग ने यह संकल्प लिया कि वह हर साल नशे के खिलाफ एक दौड़ लगाकर अपनी इस मुहिम में युवाओं को जोड़ते रहेंगे और नशे को समाप्त करने की दिशा में उनका सकारात्मक प्रयास जारी रहेगा।