Edited By Deepak Paul, Updated: 16 Jan, 2019 09:43 AM
उप-चुनाव के जोर पकडऩे के साथ ही अब तक प्रदेश की राजनीतिक राजधानी का दर्जा हासिल जींद हकीकत में राजधानी जैसा नजारा पेश कर रहा है...
जींद (महीपाल सिंह): उप-चुनाव के जोर पकडऩे के साथ ही अब तक प्रदेश की राजनीतिक राजधानी का दर्जा हासिल जींद हकीकत में राजधानी जैसा नजारा पेश कर रहा है। मैट्रो शहरों की सड़कों पर नजर आने वाली मॢसडीज, ऑडी, रेंज-रोवर, एंडेवर, फाच्र्यूनर, स्कोडा जैसी गाडिय़ां अब जींद की सड़कों पर दौड़ती नजर आ रही हैं।
यही नहीं, शहर में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे वी.आई.पी. नेताओं के साथ सुरक्षा की दृष्टि से चलती पुलिस की एस्कॉर्ट पायलट गाडिय़ां भी शहर की आबो-हवा को बदलती नजर आ रही हैं। इस समय जींद शहर में बाहर से सभी दलों के कार्यकत्र्ता और बड़े नेता हजारों की संख्या में डेरा डाल चुके हैं। एक भी होटल व धर्मशाला ऐसी नहीं है जिसमें राजनीतिज्ञों का डेरा नहीं हो। पूरे के पूरे होटल एक-एक पार्टी ने बुक कर लिए हैं। किसी होटल और धर्मशाला में अब कोई कमरा खाली नहीं बचा है। बाहर से अब कोई जींद में आकर रहना चाहेगा तो उसे किसी रिश्तेदार के यहां डेरा डालना होगा या फिर जींद के साथ लगते नरवाना, सफीदों जैसे शहरों में अपना बसेरा बनाना होगा।