Edited By Shivam, Updated: 22 Sep, 2018 08:49 PM
दुष्कर्म के मामले का डर दिखाकर दस लाख की जबरन वसूली करने के मामले में डीएसपी की जांच में पुलिस पर लगे आरोप सही साबित हुए हैं। इस मामले में दो पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है व तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी एसआई जयबीर...
हांसी(संदीप सैनी): दुष्कर्म के मामले का डर दिखाकर दस लाख की जबरन वसूली करने के मामले में डीएसपी की जांच में पुलिस पर लगे आरोप सही साबित हुए हैं। इस मामले में दो पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है व तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी एसआई जयबीर सिंह व एएसआई रणबीर सिंह के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी एसपी ने दे दिये हैं। अगर विभागीय जांच में भी उक्त पुलिस कर्मी दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है।
गौरतलब है कि पिछले एक हफ्ते से दस लाख की वसूली करने के मामले ने हड़कंप मचा रखा था। रमेश धोबी व पूर्व पार्षद कृष्ण कुमार ने आरोप लगाया था कि मार्च महीने में एएसआई रणबीर उर्फ कमांडो ने जसवंत उर्फ धोलिया गुर्जर, देवी दयाल उर्फ पप्पु गुर्जर व हरदीप शर्मा ने रमेश से दुष्कर्म के मामले में फंसाने का डर दिखाकर दस लाख रूपये ऐंठ लिये।
एसपी विरेंद्र विज ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी प्रमोद कुमार को इस मामले में जांच का जिम्मा सौंपा था। डीएसपी ने छह दिनों तक इस मामले से जुड़े सभी लोगों से पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किये। इसके अलावा मार्च महीने के इस मामले की सारी परतों को डीएसपी ने खोला तो कई कई चौंकाने वाले सच सामने आए। जिसके बाद डीएसपी ने अपनी जांच में दो पुलिस अधिकारयों सहित पांच लोगों को दोषी पाया और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश कर दी।
विभागिय जांच में फंसे तो होगी सख्त कार्रवाई
एसपी ने एसआई जयबीर सिंह व एएसआई रणबीर सिंह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिये हैं। अगर विभागीय जांच में यह दोनों पुलिस अधिकारी दोषी पाए जाते हैं तो इनके खिलाफ पुलिस विभाग सख्त कार्रवाई कर सकता है। वेतन रोकने से लेकर इंक्रीमेंट रोके जाने तक की कार्रवाई हो सकती है। इसके अलावा इन पुलिस अधिकारियों की सर्विस बुक में भी इस मामले के बारे में रिपोर्ट दर्ज होगी।
एसपी विरेंद्र विज ने कहा दुष्कर्म के मामले का डर दिखाकर दस लाख की वसूली करने के मामले में डीएसपी ने जांच पूरी कर शुक्रवार को रिपोर्ट सौंपी थी। इस जांच रिपोर्ट में दो पुलिस अधिकारियों के संलिप्तता होने के सबूत मिले है जिस पर दो पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश जारी किये हैं। इसके अलावा तीन लोगों के खिलाफ जबरन पैसे वसूले के आरोप साबित होने पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।