Edited By Updated: 22 Mar, 2017 03:59 PM
पे ग्रेड व नर्सिग अलाउंस चार्ज समेत अन्य मांगों को लेकर रोहतक पीजीआई की स्टाफ नर्स सामूहिक हड़ताल पर चली गई।
रोहतक (दीपक भारद्वाज): पे ग्रेड व नर्सिग अलाउंस चार्ज समेत अन्य मांगों को लेकर रोहतक पीजीआई की स्टाफ नर्स सामूहिक हड़ताल पर चली गई। एक साथ नर्सो के हड़ताल पर जाने से पीजीआई में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित हो गई। हालांकि पीजीआई प्रबंधन ने हड़ताल से निपटने के लिए आपात बैठक बुलाई । प्रदर्शनकारी नर्सो का कहना है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो वे आंदोलन को और तेज कर देंगी। पीजीआई में करीब 800 नर्से कार्यरत है। पीजीआई की नर्से करीब 6 माह से अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत है। नर्सो ने सहकारिता राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर का भी घेराव किया था। उस वक्त मंत्री ने नर्सो को आश्वासन दिया था कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा।
स्टाफ नर्स डयूटी छोड़ कर विजय पार्क में एकत्रित हुई। नर्सो ने सरकार व पीजीआई प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नर्सो का कहना था कि वे काफी दिनों से केंद्र सरकार की तर्ज पर वेतनमान व भत्तों की मांगों को लेकर आंदोलन कर रही हैं लेकिन सरकार उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही और उन्होंने सामूहिक अवकाश लेने के बारे में पहले ही पीजीआई प्रबंधन को अवगत करा दिया था। नर्सो के एक साथ अवकाश पर जाने से आपतकालीन से लेकर आसीयू व वार्डो में भर्ती मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मरीजों को नहीं आई काेई दिक्कत: पीजीआई प्रबंधन
पीजीआई प्रबंधन का दावा है कि नर्सो के अवकाश को देखते हुए पहले ही वैकल्पिक व्यवस्था कर ली गई थी और मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कते नहीं होने दी। साथ ही सीएचसी व पीएचसी में कार्यरत नर्सो को पीजीआई में बुला लिया गया था। पीजीआई एमएस डा.राकेश गुप्ता का कहना है कि 25 मार्च को चंडीगढ़ में होने वाली बैठक में नर्सो की मांगों को रखा जाएगा। इसके अलावा अन्य लम्बित मांगों पर भी विचार विमर्श किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नर्सो की मांगों से संबंधित रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है।