Edited By Naveen Dalal, Updated: 06 May, 2019 06:31 PM
नारनौल की बार एसोसिएशन के सामने जेजेपी-आप की भिवानी-महेन्द्रगढ़ से प्रत्याशी स्वाति यादव ने कहा कि अधिवक्ताओं...
नारनौल (ब्यूरो): नारनौल की बार एसोसिएशन के सामने जेजेपी-आप की भिवानी-महेन्द्रगढ़ से प्रत्याशी स्वाति यादव ने कहा कि अधिवक्ताओं को चाहिए कि वे लायक व नालायक के बीच अंतर को समझकर केवल लायक को चुनें। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति स्वयं अनपढ़ हो वह समाज को शिक्षित करने के साथ युवाओं को रोजगार कैसे दिला सकता है। उन्होंने कहा कि समाज उन्नति कर सकता है जिसका प्रतिनिधि पढ़ा लिखा हो।
उन्होंने अधिवक्ताओं से अपील की कि जो गलती उन्होंने पहले कर दी थी, वह गलती वे अब दोबारा से न करें। उन्होंने बार के लोगों को आह्वान किया कि वे परायों को, झूठों को व नाकारों को छोड़कर अपनों व सच्चों को चुनने के काम में आगे आएं। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि वे केवल समाज सेवा के भाव से राजनीति से जुड़ी हैं। उसके लिए पैसे कमाना कोई मायना नहीं है। वे इस क्षेत्र में शिक्षा, रोजगार, महिला सुरक्षा व नए हरियाणा के मुद्दे को लेकर सेवा करने के लिए आई हैं। स्वाति यादव ने कहा कि राजनीति में सबसे महत्वपूर्ण है नेता की नीयत।
हमें उसी व्यक्ति का राजनीति में समर्थन करना चाहिए जिसकी नीयत समाज के प्रति ठीक हो। बार में उनका अधिवक्ताओं ने भव्य स्वागत करते हुए उसे पूरा समर्थन देने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर बार के प्रधान अशोक यादव, पूर्व प्रधान कर्ण सिंह यादव, ओमप्रकाश यादव, सुरेन्द्र ढिल्लो, आप पार्टी के जिला प्रधान अभय सिंह यादव, जसबीर ढिल्लो अधिवक्ता, तेजप्रकाश अधिवक्ता तथा महेन्द्र यादव अधिवक्ता आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
स्वाति यादव ने नांगल चौधरी के गांवों का दौरा करते हुए ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि वे राजनीति में खाने के लिए नहीं बल्कि विकास के कार्यों में लगाने के लिए आई हैं। स्वाति यादव ने कहा कि वर्षों से हम उन नेताओं को अपना आदर्श मानते आए हैं जो कि केवल चुनाव के समय ही जाति-पाति के नाम पर वोट हड़पकर पांच साल तक मुंह नहीं दिखाते तथा लोग उनके दर्शन के लिए तरस जाते हैं।
अब राजनीति बदलने लगी है, अब हमें अपनों व परायों को समझना होगा व अपनों को ही आगे लाना होगा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी चौ. देवीलाल की नीतियों पर चलते हुए समाज के हर वर्ग को पूरा सम्मान देगी। इस अवसर पर उनके साथ हलका प्रधान डी.एन. यादव, अमर सिंह ब्रह्मïचारी, विजय छिलरो तथा तेजप्रकाश यादव आदि शामिल थे।