Edited By Manisha rana, Updated: 08 Apr, 2020 10:46 AM
शहर के ज्यादातर बैंकों पर सामाजिक दूरी दिखाई नहीं दे रही है जबकि कोरोना वायरस से बचाव के लिए पहले सबसे सामाजिक दूरी.....
अम्बाला शहर (मुकेश/पंकज) : शहर के ज्यादातर बैंकों पर सामाजिक दूरी दिखाई नहीं दे रही है जबकि कोरोना वायरस से बचाव के लिए पहले सबसे सामाजिक दूरी बनाना महत्वपूर्ण है। लॉकडाऊन के दौरान पुलिस और प्रशासन की ओर से सामाजिक दूरी बनाने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन जागरूकता की कमी ऐसी है कि लोग भीड़ जुटा रहे हैं। मंगलवार को शहर में हर बैंक के बाहर 30-40 लोगों की भीड़ लगी हुई है जो सीधे-सीधे कोरोना वायरस को न्यौता दे रहे है।
ऐसे में सरकार, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कुछ भी कर ले जब तक लोग इस बीमारी को गम्भीरता से नहीं लेंगे तब तक कुछ नहीं हो सकता है। कुछ बैंकों में लोगों का मासिक वेतन आया हुआ था जबकि कुछ बुजुर्ग भी बुढ़ापा पैंशन कब आएगी, इसकी जानकारी लेने पहुंचे थे। बैंक परिसर में तो 2 या 3 लोगों का ही प्रवेश किया गया लेकिन बाहर लोगों की भीड़ जुटती दिखाई दी। मालूम हो कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रधानमंत्री ने पूरे देश को लॉकडाऊन कर दिया। जिससे संक्रमण न फैल सके।
लोगों से सरकार व स्वास्थ्य विभाग ने एक मीटर की दूरी बनाकर बचाव का पहला उपाय बताया। कुछ लोगों ने इस दूरी को समझा है और बनाकर भी चल रहे हैं। अब बैंकों के बाहर जुट रही भीड़ इस दूरी को खत्म किए हुए है। यदि इस दूरी को नहीं बनाया तो संक्रमण फैलने का अंदेशा ज्यादा माना जा सकता है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने दी हिदायत
बैंक के बाहर लोगों की भीड़ जुटने पता चलते ही पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और लोगों को लॉकडाऊन का पालन करने की हिदायत दी और कहा कि वे घरों में ही रहें। क्योंकि ऐसा नहीं करने पर वे अपने व अपने परिवार को खतरे में डाल सकते हैं। इसके अलावा पुलिसकर्मियों ने बैंक अधिकारी व कर्मचारियों से भी कहा कि वे इस बात का ध्यान रखें कि लोग इकट्ठे न हों।