Edited By Shivam, Updated: 23 Oct, 2018 09:24 PM
हरियाणा में चल रही रोडवेज हड़ताल एक चपरासी के लिए घातक साबित हुई। दरअसल, कैथल डिपो में कार्यरत एक चपरासी को हड़ताली कंडक्टर की जगह पर उसका बस्ता थमा कर बस पर चढ़ा दिया गया। मंगलवार को जब ड्यूटी पर जा...
कैथल (जोगिंदर कुंंडू): हरियाणा में चल रही रोडवेज हड़ताल एक चपरासी के लिए घातक साबित हुई। दरअसल, कैथल डिपो में कार्यरत एक चपरासी को हड़ताली कंडक्टर की जगह पर उसका बस्ता थमा कर बस पर चढ़ा दिया गया। मंगलवार को जब वह ड्यूटी पर जा रहा था, तभी मानसिक तनाव के कारण उसे दिल का दौरा पड़ गया। परिजनों ने इस घटना का जिम्मेवार परिवहन विभाग को ठहराया है। उनके मुताबिक, चपरासी पर जबरन काम थोपा गया, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा है।
जानकारी के मुताबिक, कैथल डिपो में चपरासी दिनेश महाप्रबंधक कार्यालय में कार्यरत है। मंगलवार की सुबह उसे कंडक्टरों की कमी के कारण कंडक्टर के रूप में बस पर भेजा जा रहा था। तभी उसके सीने में तेज दर्द हुआ, जिसके बाद दिनेश जमीन पर गिर पड़ा। मौके पर मौजूद अन्य कर्मी उसे शहर के निजी अस्पताल में लेकर गए, जहां बताया कि दिनेश को हार्ट अटैक आया है।
हड़ताली कर्मचारियों का आरोप है कि जो कर्मचारी रोडवेज हड़ताल में शामिल नहीं हैं, उनसे ज्यादा काम करवाया जा रहा है, जिस कारण कर्मचारी मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। वहीं, महाप्रबंधक राम कुमार ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा मुझे इस घटना की जानकारी कर्मियों के मार्फत मिली है।
दिनेश के भाई सतीश कुमार ने कहा दिनेश से ज्यादा कार्य करवाया जा रहा है। दिनेश सुबह ही ड्यूटी के लिए निकल जाता है और देर रात को वापस लौटता है। उन्होंने बताया कि दिनेश को डर था कि उसका नाम भी हड़ताली कर्मियों में ना आ जाए। इसी के चलते वह मानसिक तनाव में रहने लगा था और आज उसे अटैक आ गया।